नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि दिल्ली सरकार कोरोना टेस्टिंग को लेकर झूठे और आधारहीन आरोप लगा रही है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन द्वारा गृह सचिव अजय भल्ला को लिखे पत्र में लगाए गए आरोपों पर मंत्रालय ने यह जवाब दिया है। बता दें कि जैन ने अपने पत्र में केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों पर कोरोना वायरस की टेस्टिंग बढ़ाने में अड़चन डालने का आरोप लगाया था। मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा है कि यह याद रखा जाना चाहिए कि गृह मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद ही दिल्ली में टेस्ट्स की संख्या 18-20 हजार प्रतिदिन तक पहुंची थी।
‘जून में गृह मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद बढ़ी थी टेस्टिंग’
गृह मंत्रालय ने सत्येंद्र जैन द्वारा लगाए गए आरोपों को गलत और आधारहीन बताते हुए कई ट्वीट्स में कहा, ‘दिल्ली सरकार का यह आरोप कि गृह मंत्रालय अफसरों पर टेस्टिंग नहीं बढ़ाने का दबाव बना रहा है, झूठा और आधारहीन है। इस बारे में यह याद रखा जाना चाहिए कि केंद्रीय गृह मंत्री के हस्तक्षेप के बाद ही जून के मध्य में दिल्ली में हो रहे लगभग 4 हजार टेस्ट बढ़कर 18 से 20 हजार हो गए थे। दिल्ली में कोरोना की स्थिति में यह सुधार टेस्टिंग बढ़ाने और रोकथाम के अन्य उपायों के चलते हुआ है।’
सत्येंद्र जैन ने गृह मंत्रालय के अधिकारियों पर लगाया था आरोप बता दें कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री
सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों पर
कोरोना वायरस की टेस्टिंग बढ़ाने में अड़चन डालने का आरोप लगाया है। जैन ने गृह मंत्रालय के सचिव को लिखे अपने पत्र में कहा है कि उन्हें कुछ अधिकारियों से यह पता चला है कि उनके ऊपर कोरोना की टेस्टिंग नहीं बढ़ाने के लिए दबाव डाला जा रहा है। जैन ने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि दिल्ली में एक चुनी हुई सरकार है और केंद्र को इसके फैसले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।