नई दिल्ली. देश की राजधानी नई दिल्ली में बढ़ते डेंगू के मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने एक उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में दिल्ली सरकार के अधिकार भी मौजूद थे। बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को टेस्टों में तेजी लाने का निर्देश दिया ताकि सभी मामलों की रिपोर्ट की जा सके और ठीक से इलाज किया जा सके।
इसके अलावा उन्होंने दिल्ली से डेंगू के खात्मे के लिए केंद्र और राज्य के बीच प्रभावी समन्वय की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने देखा कि कुछ अस्पताल डेंगू के मामलों से भरे हुए हैं जबकि अन्य अस्पतालों में बिस्तर खाली हैं। इस समस्या के निदान के लिए सही समन्वय की जरूरत है।
बैठक के दौरान मनसुख मंडाविया ने दिल्ली के अधिकारियों से अनुरोध किया कि वे डेंगू के इलाज के लिए COVID बिस्तरों को फिर से तैयार करने की संभावना पर गौर करें। इस दौरान यह निर्णय लिया गया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के स्वास्थ्य अधिकारी डेंगू से निपटने के लिए एक विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के लिए दिल्ली सरकार में अपने समकक्षों के साथ मिलकर काम करेंगे।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में डेंगू से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गई है, जबकि अभी तक इसके 1530 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। नगर निकाय के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में 2017 के बाद से, डेंगू से मौत के यह सर्वाधिक मामले हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में इस साल सामने आए कुल मामलों में से अक्टूबर में ही 1196 मामले सामने आए। नगर निकाय की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में 30 अक्टूबर तक डेंगू से छह लोगों की मौत हुई और कुल 1537 मामले सामने आए, जो कि 2018 में इस अवधि में सामने आए मामलों के बाद से सर्वाधिक है। इस साल, सितंबर में डेंगू के 217 मामले सामने आए थे, जो कि पिछले तीन साल में इस महीने में सामने आए सर्वाधिक मामले थे।