Manish Sisodia CBI News: CBI की छापेमारी के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री का पहला रिऐक्शन आ गया है। छापेमारी के बाद सिसोदिया ने कहा कि हमने कुछ गलत नहीं किया है। उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार CBI का गलत इस्तेमाल कर रही है। CBI के लोग मेरा मोबाइल फोन और कंप्यूटर लेकर गए हैं।" CBI की टीम ने सुबह 8 बजे के आसपास सिसोदिया के घर पर छापा मारा था और रात 10 बजे के बाद उनके आवास से निकल गई थी। सीबीआई की यह छापेमारी करीब 14 घंटों तक चली। सिसोदिया के घर के अलावा देश के विभिन्न राज्यों में करीब 31 स्थानों पर भी तलाशी ली गई। CBI का दावा है कि सिसोदिया के निकट सहयोगी की कंपनी को कथित रूप से एक करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
‘ऊपर से मिले आदेश पर CBI ने मारे छापे’
CBI की इस कार्रवाई से आम आदमी पार्टी और केंद्र सरकार के बीच तनाव बढ़ गया है। AAP ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय एजेंसी 'ऊपर से मिले' आदेशों पर काम कर रही है। इस पर BJP ने दिल्ली सरकार से कहा कि उसे आबकारी नीति मामले में खुद को पाक साफ साबित करना चाहिए। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 'आजाद भारत के सबसे अच्छे शिक्षा मंत्री' मनीष सिसोदिया के खिलाफ 'ऊपर से मिले' आदेशों के तहत छापेमारी 'हमें परेशान करने के लिए की गई।' केजरीवाल ने कहा कि ये कदम 'भारत को नंबर-एक' बनाने के उनके अभियान की बाधाएं हैं, लेकिन वे इनके कारण रुकेंगे नहीं।
‘मुझे तुम्हारी साजिशें तोड़ न सकेंगी’
इससे पहले सिसोदिया ने कहा था कि साजिशें न उन्हें तोड़ सकेंगी और न ही अच्छी शिक्षा के लिए काम करने के उनके संकल्प को रोक पाएंगी। उन्होंने कहा था, ‘मुझे तुम्हारी साजिशें तोड़ न सकेंगी। मैंने दिल्ली के लाखों बच्चों के लिए ये स्कूल बनाए हैं। लाखों बच्चों की जिंदगी में आई मुस्कान मेरी ताकत है।’ AAP के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने इस मसले पर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन पर केजरीवाल तथा उनके कार्य करने के तरीकों की 'बढ़ती लोकप्रियता' के कारण पार्टी व उसके नेताओं को बदनाम करने के लिए जांच एजेंसी का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
‘शराब के कारोबार में भ्रष्टाचार से जुड़ा है मामला’
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस मुद्दे पर कहा कि दिल्ली के ‘एक्साइज’ मंत्री ‘एक्सक्यूज’ मंत्री बन गए हैं। उन्होंने कहा, ‘आज का मामला शराब के कारोबार के लाइसेंस और इसमें शामिल भ्रष्टाचार से जुड़ा है। संबंधित मंत्री मनीष सिसोदिया हैं। उन्होंने सीबीआई को जांच सौंपे जाने के दिन आबकारी नीति को पलट दिया। यह कदम क्यों उठाया गया, क्योंकि शराब के कारोबार के लाइसेंस जारी करने में भ्रष्टाचार किया गया है।’ वहीं, बीजेपी की दिल्ली इकाई ने दिल्ली सरकार पर सैकड़ों करोड़ रुपये के 'शराब घोटाले' में शामिल होने का शुक्रवार को आरोप लगाया।