Manish Sisodia: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को कहा कि CBI को उनके लॉकर की तलाशी के दौरान कुछ नहीं मिला और एजेंसी ने उन्हें "क्लीन चिट’’ दे दी है। CBI की चार सदस्यीय टीम ने गाजियाबाद के वसुंधरा स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में सिसोदिया के बैंक लॉकर की आज करीब दो घंटे तलाशी ली। AAP नेता सिसोदिया उन 15 लोगों और संस्थाओं में शामिल हैं, जिन्हें दिल्ली आबकारी नीति(Excise Policy) 2021-22 के कार्यान्वयन में हुई कथित अनियमितताओं के सिलसिले में सीबीआई ने नामजद किया गया है।
CBI दबाव में काम कर रही
तलाशी खत्म होने के बाद सिसोदिया ने आरोप लगाया कि CBI दबाव में काम कर रही है। उन्होंने कहा, "मेरे घर की तरह, उन्हें मेरे लॉकर में भी कुछ नहीं मिला। मेरे बच्चों, मेरी पत्नी के लगभग 70,000-80,000 रुपये के गहने के सिवाए। मुझे खुशी है कि मुझे आज की तलाशी में CBI से क्लीन चिट मिली। उन्हें मेरे लॉकर या आवास की तलाशी से कुछ भी (अपराधकारी) नहीं मिला है।'' दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वह खुश हैं कि ''प्रधानमंत्री ने मेरे घर पर छापेमारी करवाई, लेकिन कुछ नहीं मिला।'' सिसोदिया ने कहा, ''आज, उन्होंने मेरे लॉकर की तलाशी लेने के लिए CBI को भेजा, लेकिन कुछ भी नहीं मिला। यह इस बात का सबूत है कि मैं और मेरा परिवार प्रधानमंत्री द्वारा कराई गई सभी पूछताछ में बरी हो गए हैं। मुझे सभी मामलों में क्लीन चिट मिल गई है।''
मुझे अपनी सच्चाई पर पूरा भरोसा
उन्होंने कहा, ''प्रधानमंत्री द्वारा कराई गई जांच में एक भी पैसा नहीं मिला, जिसपर संदेह किया जा सके। मुझे अपनी सच्चाई पर पूरा भरोसा है।'' सिसोदिया ने कहा कि सीबीआई के सभी अधिकारियों ने उनके और परिवार के साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार किया। उन्होंने कहा, ''हमने भी सहयोग किया। (सीबीआई) ने अनौपचारिक रूप से स्वीकार किया है कि कुछ भी संदिग्ध नहीं है, लेकिन वे कुछ खोजने के लिए किसी तरह के दबाव में हैं ताकि मुझे दो से तीन महीने के लिए जेल में रखा जा सके।'' सिसोदिया ने मुस्कुराते हुए कहा, ''प्रधानमंत्री की ओर से मुझे दो से तीन महीने के लिए जेल में डालने का दबाव है सत्य की जीत होगी।''