दिल्ली-NCR में अवैध हथियारों का मुख्य सप्लायर गिरफ्तार, जहांगीरपुरी दंगों से है कनेक्शन
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अवैध हथियारों की सप्लाई करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके के पास से 13 देसी तमंचे और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अवैध हथियारों की सप्लाई करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक का कनेक्शन जहांगीरपुरी दंगों से भी है। दोनों आरोपियों के पास से 13 देसी तमंचे और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। ये देसी तमंचे आरोपी दिल्ली में बदमाशों को सप्लाई करते थे।
दिल्ली पुलिस को सूचना मिली थी कि सलमान उर्फ लाला अवैध हथियारों के साथ सराय काले खान इलाके में आ रहा है। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने एक ट्रैप लगाया और उसे गिरफ्तार कर लिया। सलमान के पास से एक देसी तमंचा और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए।
आरोपी ने शकील का लिया नाम
क्राइम ब्रांच की पूछताछ में सलमान ने बताया कि उसने ये हथियार दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके के शकील उर्फ शेरनी से प्राप्त किए थे। इसके बाद, पुलिस ने शकील को भी गिरफ्तार कर लिया। शकील के पास से 12 देसी तमंचे बरामद हुए और उसने पुलिस को बताया कि वह दिल्ली-एनसीआर में अवैध हथियारों और कारतूसों का मुख्य सप्लायर है।
अवैध हथियारों की तस्करी का खुलासा
पुलिस के मुताबिक, शकील दूसरे राज्यों से सस्ते दामों में देसी तमंचे खरीदता था और उन्हें दिल्ली-एनसीआर में ज्यादा पैसे लेकर बेचता था। शकील पर हत्या, स्नैचिंग, चोरी और आर्म्स एक्ट समेत करीब 17 गंभीर मामले दर्ज हैं।
जहांगीरपुरी दंगे में शकील का हाथ
क्राइम ब्रांच की पूछताछ में यह भी सामने आया कि शकील उर्फ शेरनी ही वह शख्स था, जिसने 2022 में दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हुए दंगों के दौरान अवैध हथियारों की सप्लाई की थी।
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई जारी
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में और अधिक आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है और क्राइम ब्रांच की ओर से की जा रही पूछताछ से और जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि अवैध हथियारों की तस्करी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कब हुआ था जहांगीरपुरी दंगा?
जहांगीरपुरी दंगा 16 अप्रैल 2022 को हुआ था। यह दंगा दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के मौके पर भड़का था। इस दिन धार्मिक जुलूस के दौरान हिंसा और झड़पें हुईं, जिसमें कई लोग घायल हुए और संपत्ति को नुकसान पहुंचा। दंगे के दौरान हथियारों का भी इस्तेमाल किया गया और बाद में पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया था।
ये भी पढ़ें-
झारखंड के CM हेमंत सोरेन ने BJP के 'बंटेंगे तो कटेंगे' नारे पर किया पलटवार, जानें क्या कहा
राज ठाकरे का शरद पवार पर बड़ा हमला, कहा- महाराष्ट्र में जाति की राजनीति के पीछे उनका हाथ