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Hindi News दिल्ली कंझावला कांड: 'लड़की को 10-12 KM तक घसीटा गया, आरोपियों के बयान को सच नहीं मान सकते', जानें दिल्ली पुलिस ने और क्या कहा

कंझावला कांड: 'लड़की को 10-12 KM तक घसीटा गया, आरोपियों के बयान को सच नहीं मान सकते', जानें दिल्ली पुलिस ने और क्या कहा

कंझावला केस में दिल्ली पुलिस ने एक मेडिकल बोर्ड बनाया है। उसी के आधार पर आगे की जांच की जाएगी। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के बयान को सच नहीं मान सकते हैं। लड़की की बॉडी को 10-12 किलोमीटर तक घसीटा गया है।

Delhi Police- India TV Hindi Image Source : ANI दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा

नई दिल्ली: नए साल के मौके पर दिल्ली के कंझावला में हुई लड़की की मौत के बाद राष्ट्रीय राजधानी में हड़कंप मच गया है। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि लड़की की बॉडी को 10-12 किलोमीटर तक घसीटा गया है और फिर किसी मोड़ पर बॉडी गिरी है। 

मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर होगी आगे की जांच

हुड्डा ने लड़की की मौत पर दुख जताते हुए कहा कि जांच के बाद 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और एक मेडिकल बोर्ड बनाया गया है। उसकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की जांच होगी। इसके अलावा फोरेंसिक और लीगल टीम की मदद ली जा रही है। 

उन्होंने कहा कि पुलिस लड़की के परिवार के संपर्क में है। हम सारी जांच उनसे साझा कर रहे हैं। आरोपियों की 3 दिन की कस्टडी में जो भी सामने आएगा, उस हिसाब से जांच को आगे बढ़ाया जाएगा और कोर्ट में रिपोर्ट चार्जशीट सबमिट की जाएगी। 

पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार, आरोपियों के बयानों को नहीं मान सकते सच

हुड्डा ने ये भी कहा कि फिजिकल, ओरल, सीसीटीवी और सभी एविडेन्स के साथ आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी। अभी इस मामले में 279, 304, 304A, 120b के आधार पर एफआईआर हुई है। पोस्टमार्टम के बाद अगर कुछ और चीजे सामने आएंगी, अब आगे की कानूनी कार्रवाई होगी। 

स्पेशल सीपी ने ये भी कहा कि सबूतों के हिसाब से टाइमलाइन बनाई जाएगी। अभी ये पक्का नहीं कहा जा सकता कि वो लोग कहां से आ रहे थे। इनके बयानों को सच नहीं मान सकते। इसके अलावा जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ बता सकते हैं।

दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने ऑफ रिकार्ड बताई ये बात

दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने ऑफ रिकॉर्ड ये बताया है, 'आरोपियों से जानकारी मिली है कि वो पास में ही दोस्तों के साथ नया साल मनाने निकले थे। मुरथल वाली बात किसी ने नहीं बताई है। इसके अलावा शराब की बात पर अभी क्लीयर नहीं है कि उन्होंने ड्रिंक की थी या नहीं। ये बात मेडिकल रिपोर्ट के बाद ही सामने आ पाएगी। जांच से पहले इस बारे में कुछ नहीं कह सकते,  इससे आरोपी को बेनिफिट ऑफ डाउट मिल जाता है।'

सूत्रों से ये भी पता लगा है कि अभी तक किसी भी तरह से कोई सेक्सुअल या मर्डर वाली बात नहीं लग रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद चीजें साफ होंगी। ऑफ रिकार्ड एक्सीडेंट के बाद ऐसा लगता है कि जैसे लड़की ने गाड़ी पकड़ने की कोशिश की, जिससे वह उठ सके और वो उसमें फंस गई। पीछे का पूरा हिस्सा 12-13 किलोमीटर रगड़ा हुआ है, इसलिए कपड़े फटे हैं। 

आरोपियों का कहना है कि उन्हें पता नहीं लगा था कि कोई फंसा है। हालांकि उनकी बात पर भरोसा नहीं कर सकते। अब कस्टडी में पूछताछ होगी। लड़की कहीं से भी आ रही हो, इससे कोई मतलब नहीं है। लड़को की तरह उसका भी अधिकार है। 

सूत्रों ने ये भी कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि पीसीआर कॉल मिलने के बाद पुलिस देर से पहुंची, जबकि खुले इलाके में धुंध में गाड़ी का नंबर ढूंढने में समय लगता है। टीम का गठन हो गया है इसलिए पोस्टमार्टम आज ही हो जाना चाहिए। 

इसमें ये भी बात सामने आई है कि बलेनो कार के अंदर न कोई लड़की का बाल, न खून के निशान मिले हैं। बस खून के निशान गाड़ी के नीचे हैं, जहां बॉडी फंसी रही। ये बात फोरेसिंक टीम ने पुलिस को बताई है। रगड़ से कपडे फटे हैं।