कंझावला का एक और दिल दहलाने वाला वीडियो आया सामने, हादसे के तुरंत बाद धूल उड़ाते हुए निकली कार
सीसीटीवी में कैद वीडियो के देखने से यह साफ है कि आरोपियों की कार हादसे के बाद तेज रफ्तार में जा रही थी। बताया जाता है कि कार की स्पीड 100 किमी से ज्यादा थी।
नयी दिल्ली : दिल्ली के कंझावला कांड को लेकर हर रोज नए-नए तथ्य सामने आ रहे हैं। अब एक वीडियो सामने आया है जिसमें हादसे के तुरंत बाद एक कार तेज रफ्तार में धूल उड़ाते हुए जा रही है। बताया जाता है कि यह आरोपियों की कार है जो कंझावला रोड पर हादसे के बाद तेज रफ्तार से जा रही थी। जिस जगह का सीसीटीवी फुटेज लिया गया है वह हादसे वाली जगह से करीब 4.6 किमी की दूरी पर है। सीसीटीवी फुटेज में जिस वक्त धूल उड़ाती कार की तस्वीर कैद हुई है, उस वक्त रात के 2 बजकर 16 सकेंड का वक्त हो रहा था।
हादसे के बाद तेज रफ्तार में जा रही थी कार
सीसीटीवी में कैद तस्वीरों को देखने से स्पष्ट है कि आरोपियों की कार हादसे के बाद तेज रफ्तार में जा रही थी। बताया जाता है कि कार की स्पीड 100 किमी से ज्यादा थी। जिस जगह पर गाड़ी की तस्वीर सीसीटीवी में कैद हुई हैं वहां सड़कें भी टूटी हुई हैं, इसके बावजूद कार की रफ्तार कम नहीं हुई। बता दें कि कंझावला इलाके में कार से टक्कर मारने के बाद उसे काफी दूर तक घसीटा गया था जिससे युवती की मौत हो गई थी।
अब तक 6 आरोपी गिरफ्तार
इस बीच पुलिस ने इस मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। अब तक कुल 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा, ‘सुल्तानपुरी मामले में छठवें आरोपी आशुतोष को गिरफ्तार किया गया है, जिसने पुलिस को गलत जानकारी दी थी। आगे की जांच चल रही है।’ इस मामले में पहले गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों ने कथित तौर पर आशुतोष से कार ली थी।
दो संदिग्धों की तलाश
बृहस्पतिवार को पुलिस ने कहा था कि वह दो संदिग्धों की तलाश कर रही है, जो कथित तौर पर पांचों आरोपियों को बचाने में शामिल थे। इस मामले में पुलिस ने पहले दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल को गिरफ्तार किया था। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज और कॉल डिटेल के रिकॉर्ड के आधार पर पुलिस को दो और लोगों-आशुतोष और अंकुश खन्ना की संलिप्तता के बारे में पता चला था, जो आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहे थे। अंकुश खन्ना आरोपी अमित खन्ना का भाई है। अमित के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है और उसने अंकुश को दुर्घटना के बारे में सूचित किया तो उसके भाई ने दीपक को पुलिस को यह बताने के लिए राजी किया था कि वह दुर्घटना के दिन गाड़ी चला रहा था। दीपक ग्रामीण सेवा चलाता है।
इनपुट-भाषा