नई दिल्ली: जेएनयू में रामनवमी के मौके पर हुई हिंसक झड़प का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। ABVP और लेफ्ट के बीच हुई झड़प के बाद लेफ्ट कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं और विरोध प्रदर्शन की तैयारी में हैं। AISA ने आज यानी 11 अप्रैल को दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर के सामने विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
AISA ने इस विरोध प्रदर्शन के लिए पोस्टर भी जारी किया है। जिसमें लिखा है कि जेएनयू हिंसा के लिए जिम्मेदार एबीवीपी के गुंडों को गिरफ्तार करें। इस पोस्टर में AISA ने ये भी लिखा है कि स्टूडेंट्स पर हमला हुआ, महिलाओं का शोषण किया गया, मुस्लिम वेंडर्स अपमानित किए गए और ये सब फूड च्वाइस के नाम पर हुआ है।
पोस्टर के जरिए AISA ने अपील करते हुए कहा है कि विरोध प्रदर्शन को दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर पर ज्वाइन करें। विरोध के लिए 11 अप्रैल दिन में 2 बजे का समय दिया गया है। जेएनएयूएसयू ने भी इस मामले में एफआईआर की मांग की है और एबीवीपी के गुंडों को गिरफ्तार करने की अपील की है। इस मामले में जेएनएयू के एसएफआई यूनिट के प्रेसीडेंट हरेंद्र शेषमा का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि जो वीडियो सामने आ रहे हैं, उसमें लेफ्ट की हिंसा को साफ देखा जा सकता है।
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इससे पहले AISA ने ट्वीट कर ये जानकारी दी थी कि जेएनयू में एबीवीपी की गुंडागर्दी के खिलाफ जेएनयू के सैंकड़ों स्टूडेंट्स का मार्च जारी है। वसंत कुंज पुलिस स्टेशन दिल्ली का घेराव जारी है। खाने-पहनने की आजादी पर हमला नहीं चलेगा। संघी गुंडे पर दिल्ली पुलिस को कार्रवाई करना होगा।
इस मामले में कावेरी हॉस्टल की मेस कमेटी ने डीन को एक पत्र भी लिखा है। इस पत्र में कमेटी ने बताया है कि मेस में 10 अप्रैल को चिकन और वेज खाना बना था और ये स्टूडेंट्स को सुनिश्चित करना था कि वह क्या खाना चाहते हैं। इसी बीच स्टूडेंट्स का एक ग्रुप मेस में आया और उसने लोगों से चिकन ना बनाने के लिए कहा। इस बीच गालीगलौच और हाथापाई भी की गई। इस मामले के सामने आने के बाद स्थिति सामान्य नहीं है। हम जेएनयू प्रशासन से ये मांग करते हैं कि वो दोषियों पर सख्त कार्रवाई करे।