नयी दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने शुक्रवार को अधिकारियों को परिसर में कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए चौकस रहने और सभी जरूरी कदम उठाने को कहा। विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा कि परिसर में वर्तमान में संक्रमण के 27 मामले हैं जिनमें से 24 छात्र हैं। महामारी की शुरुआत के बाद से जेएनयू में संक्रमण के 281 मामले आ चुके हैं और कर्मचारियों, उनके परिवारों और पेंशन लाभार्थियों के बीच पांच लोगों की मौत हुई। कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर विश्वविद्यालय ने अधिकारियों और परिसर में रहने वालों को कई तरह के निर्देश दिए हैं जिसमें मास्क पहनने, हाथ साफ करने, उचित दूरी बनाए रखने समेत कई अन्य नियमों के पालन के लिए कहा गया है।
इसमें कहा गया है, ‘‘छात्रावासों के वार्डन चौकस रहेंगे और कोविड-19 के संबंध में नियमों का पालन करवाने के लिए सभी जरूरती कदम उठाया जाना सुनिश्चित करेंगे।’’ यह भी सलाह दी गयी है कि निर्देशों के पालन के लिए छात्रावासों के छात्रों को जागरूक करने के लिए छात्रावास स्तर पर एक समिति भी बनायी जाएगी। परिसर के उत्तरी द्वार के जरिए ही आगंतुकों की आवाजाही हो पाएगी।
विश्वविद्यालय ने सुरक्षा गार्ड से बिना मास्क के घूमने वालों की तस्वीरें लेने को कहा है और जोर दिया कि जुर्माना लगाने समेत उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई होनी चाहिए। विश्वविद्यालय ने दुकानदारों, कैंटीन के कर्मचारियों और अन्य लोगों से हर समय मास्क पहनने के नियमों का पालन करने को कहा है।
आदेश में सुरक्षा विभाग को अधिक चौकस रहने की हिदायत दी गई है। साथ 45 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रोत्साहित करने का अभियान चलाने का आदेश जारी किया गया है। जेएनयू प्रशासन ने कहा है कि हालात पर नजर रखी जा रही है। अगर स्थिति खराब हुई तो परिसर में तमाम गतिविधियां सीमित कर दी जाएंगी। यहां आने-जाने वालों की संख्या कम भी कराई जा सकती है।
विश्वविद्यालय ने आदेश जारी करके कहा कि जरूरत पड़ी तो परिसर खाली कराया जा सकता है। आदेश में सुरक्षा विभाग को अधिक चौकस रहने की हिदायत दी है। साथ 45 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीनेशन के प्रोत्साहित करने का अभियान चलाने का आदेश जारी किया गया है।
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