Indigo के केबिन क्रू की शर्मसार करने वाली हरकत, फ्लाइट से दिव्यांग महिला को उतारना भूले
चलने-फिरने के लिए व्हीलचेयर पर निर्भर रहने वाली एक कार्यकर्ता विराली मोदी ने मंगलवार को ट्वीट्स में अपनी आपबीती सुनाई। उसके अनुसार, मुंबई एयरपोर्ट पर सभी यात्रियों के उतरने के बाद, इंडिगो फ्लाइट में केबिन क्रू ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया।
नई दिल्ली: इंडिगो एयरलाइन के केबिन क्रू ने मानवता को शर्मसार करने वाली हरकत की है। कमर के नीचे से लकवाग्रस्त 32 वर्षीय एक दिव्यांग अधिकार कार्यकर्ता ने सोशल मीडिया पर अपनी निराशा और हताशा व्यक्त की है। उसने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि किस तरह इंडिगो एयरलाइन के केबिन क्रू ने दिल्ली से मुंबई पहुंचे विमान से उसे नीचे उतारना ही भूल गए।
दिव्यांग महिला ने सुनाई आपबीती
चलने-फिरने के लिए व्हीलचेयर पर निर्भर रहने वाली एक कार्यकर्ता विराली मोदी ने मंगलवार को ट्वीट्स में अपनी आपबीती सुनाई। उसके अनुसार, मुंबई एयरपोर्ट पर सभी यात्रियों के उतरने के बाद, इंडिगो फ्लाइट 6ई-864 पर केबिन क्रू ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया। जब सफाई कर्मचारी विमान में पहुंचे तब उन्हें यात्री की उपस्थिति की जानकारी हुई। इसके बाद भी उन्हें विमान से उतरने के लिए व्हीलचेयर उपलब्ध कराने में 40 मिनट की देरी हुई।
व्हीलचेयर की गद्दी भी गायब
सुलभ सुविधाओं की कमी पर निराशा व्यक्त करते हुए उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, "मैं केबिन क्रू को सचेत नहीं कर सकी क्योंकि कॉल बटन पहुंच से बाहर था, जैसा कि उनकी सभी उड़ानों में होता है।" महिला ने इस बात पर भी जोर डाला कि उन्होंने एयरलाइन को सूचित किया था कि उन्हें गेट पर उनके निजी व्हीलचेयर की आवश्यकता है, लेकिन उन्हें व्हीलचेयर मुहैया नहीं कराई गई। उन्होंने इंडिगो द्वारा उपलब्ध कराए गए हेल्पर को लापरवाह बताया। आगे उन्होंने बताया कि बैगेज क्लेम पर पहुंचने पर, उनकी निजी व्हीलचेयर गायब थी जिसके कारण 30 मिनट का और इंतजार करना पड़ा। स्थिति तब बिगड़ गई जब उसे पता चला कि उसकी व्हीलचेयर की गद्दी जो उसके आराम के लिए महत्वपूर्ण थी, वह भी गायब थी।
यात्रियों की जरूरतों की बजाय मुनाफे को प्रायोरिटी देने का आरोप
विराली ने दावा किया कि सहायता मांगने के उनके प्रयासों के बावजूद एयरलाइन ने बहुत कम सहायता की पेशकश की। उनके पति ने समाधान की मांग करते हुए इंडिगो काउंटर का दौरा किया, लेकिन एयरलाइन ने इस घटना को महत्व नहीं दिया। उन्हें सीसीटीवी फुटेज के लिए एयरपोर्ट के अधिकारियों से बात करने के लिए कहा और यहां तक कि पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने का सुझाव भी दिया। एक तीखे सोशल मीडिया पोस्ट में, महिला ने हवाई यात्रा के दौरान विकलांग व्यक्तियों के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर करते हुए, इंडिगो पर यात्रियों की जरूरतों की बजाय मुनाफे को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया। उन्होंने विशेष रूप से आपात स्थिति के दौरान सुलभ सुविधाओं की आवश्यकता पर जोर दिया।
उधर, इंडिगो एयरलाइन ने एक बयान में कहा, “दिल्ली से मुंबई की उड़ान संख्या 6ई 864 पर व्हीलचेयर सहायता की आवश्यकता वाले एक यात्री से जुड़ी घटना के संबंध में हम असुविधा के लिए ईमानदारी से माफी मांगते हैं। हमारी टीम उनके संपर्क में है।”
(इनपुट- IANS)
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