"अगर वह जीत गए तो हम मान जाएंगे कि...", आप नेता दुर्गेश पाठक ने दिल्ली के LG को दी चुनावी मैदान में उतरने की चुनौती
दिल्ली नगर निगम (MCD) के चुनाव के तारीखों के एलान के बाद अब आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता दुर्गेश पाठक ने दिल्ली के एलजी (Delhi LG) विनय सक्सेना को चुनाव लड़ने की चुनौती दी है।
दिल्ली नगर निगम (MCD) के चुनाव तारीखों का ऐलान हो चुका है। शुक्रवार को दिल्ली राज्य निर्वाचन आयोग ने MCD के होने वाले चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया है। दिल्ली नगर निगम के लिए 4 दिसंबर को चुनाव होगा। लोग उसी दिन अपना वोट डालेंगे और मतगणना 7 दिसंबर को होगी। वहीं आम आदमी पार्टी के नेता दुर्गेश पाठक दिल्ली के एलजी (Delhi LG) विनय सक्सेना को भी चुनाव लड़ने को कहा है। "उन्होंने कहा "हमारा प्रस्ताव है कि दिल्ली के एलजी को भी किसी एक वार्ड से चुनाव लड़ना चाहिए. अगर वे जीत जाएं तो हम मान जाएंगे, अगर हार जाते हैं तो उन्हें नैतिक रूप से इस्तीफा दे देना चाहिए. उसके बाद यह साबित होगा कि दादागिरी और गुंडागर्दी के लिए दिल्ली वालों के ऊपर लाकर किसी को बैठा दिया गया है. एलजी भी नगर निगम चुनाव लड़कर दिखाएं, एलजी केवल दादागिरी कर रहे हैं।"
ये है चुनाव के तैयारियों की डिटेल्स
"दिल्ली में नगर निगम चुनाव के लिए मतदान चार दिसंबर को होगा, जबकि परिणम सात दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।" उन्होंने कहा कि नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया सात नवंबर से शुरू हो जाएगी और 14 नवंबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि 16 नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी जबकि 19 नवंबर तक उम्मीदवार अपने नाम वापस ले सकेंगे। उम्मीदवार दिन में 11 से 3 बजे के बीच अपना नामांकन जमा कर सकते हैं वहीं मतदान के लिए सुबह 8 बजे से शाम 5:30 बजे तक का समय तय किया गया है। चुनाव की पूरी प्रक्रिया 15 दिसंबर को पूरी कर ली जाएगी।
कुल 1.5 करोड़ मतदाता करेंगे वोट
राज्य निर्वाचन आयुक्त (AEC) द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार, आज की तारीख में, दिल्ली में मतदाताओं की कुल संख्या 1,46,73,847 है जिनमें 79,86,705 पुरुष और 66,86,081 महिलाएं और 1,061 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। दिल्ली नगर निगम में कुल 250 वार्ड हैं। दिल्ली नगर निगम के चुनाव इसी साल अप्रैल में होने थे। दिल्ली निर्वाचन आयुक्त एस के श्रीवास्तव चुनाव के कार्यक्रम की आठ मार्च को घोषणा करने वाले थे। लेकिन तीनों नगर निकायों के एकीकरण की केंद्र की योजना के कारण चुनाव टाल दिए गए थे। इस साल मई में केंद्र ने तीनों नगर निकायों का एकीकरण किया और जुलाई 2022 में वार्ड के परिसीमन की कवायद शुरू की गई थी।
चुनाव आयोग की तैयारियां
अधिकारियों के मुताबिक सभी मतदान केंद्रों पर ECIL कंपनी द्वारा तैयार एम-2 मॉडल की ईवीएम का इस्तेमाल किया जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कम से कम एक आदर्श मतदान केंद्र बनाया जाएगा और प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में एक मतदान केंद्र ऐसा होगा जिसका संचालन महिला अधिकारियों द्वारा किया जाएगा। इस बार मतदान केंद्रों की संख्या करीब 13,665 होगी जबकि 2017 में मतदान केंद्रों की संख्या 13,138 थी। अधिकारियों के अनुसार इस चुनाव में किसी उम्मीदवार द्वारा खर्च की अधिकतम सीमा आठ लाख रुपये तय की गई है। वर्ष 1958 में स्थापित एमसीडी को 2012 में मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल के दौरान तीन भागों में विभाजित किया गया था। हाल ही में तीनों नागरिक निकायों को मिलाकर फिर से एक कर दिया गया।