देश की राजधानी दिल्ली के द्वारका में छात्रा पर एसिड फेंके जाने पर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। मामले में नेता से लेकर जनता तक में गुस्सा भरा है। इस बीच, घटना को लेकर पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी के सासंद गौतम गंभीर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि छात्रा पर एसिड फेंकने वाले आरोपियों को सार्वजनिक रूप से फांसी दी जानी चाहिए।
गौतम गंभीर ने कड़ी आपत्ति जाहिए करते हुए ट्वीट किया, "शब्द कोई न्याय नहीं कर सकते। हमें इन जानवरों में असहनीय दर्द पैसा करना होगा। द्वारका में स्कूल की लड़की पर तेजाब फेंकने वाले लड़के को अधिकारियों की ओर से सबके सामने फांसी देने की जरुरत है।
क्या बोले दिल्ली के मुख्यमंत्री?
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट, "ये बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। अपराधियों की इतनी हिम्मत आखिर हो कैसे गई? अपराधियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। दिल्ली में हर बेटी की सुरक्षा हमारे लिए महत्त्वपूर्ण है।"
'क्या किसी को भी अब कानून का डर है?'
दिल्ली महिला आयोग (DCW) ने दिल्ली पुलिस को एसिड हमले के मामले में हमलावरों को गिरफ्तार करने और उन्हें कड़ी सजा देने का नोटिस जारी किया है। DCW अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा,"देश की राजधानी में दिन दहाड़े एक स्कूली बच्ची पर 2 बदमाश दबंगई से तेजाब फेंककर निकल जाते हैं। क्या किसी को भी अब कानून का डर है? क्यों तेजाब पर बैन नहीं लगाया जाता? शेम"
सभी तीनों आरोपी पकड़े गए
गौरतलब है कि छात्रा को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने कहा कि उसकी प्रारंभिक इलाज की रिपोर्ट ठीक है। पुलिस उपायुक्त (द्वारका) हर्षवर्धन मंडावा ने कहा कि एसिड फेंकने वाले तीनों आरोपियों को पकड़ लिया गया है। इससे पहले हर्षवर्धन मंडावा ने बताया था कि घायल छात्रा के अपने परिचित दो व्यक्तियों पर संदेह जताने के बाद एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। हम हिरासत में लिए गए व्यक्ति से पूछताछ कर रहे हैं। आगे की जांच जारी है।