नयी दिल्ली: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को कहा कि प्रदेश की सरकार ने यह पता लगाने के लिए चार सदस्यीय विशेषज्ञ समिति गठित की है कि क्या कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीजों की मौत हुई और वह इसके लिए उपराज्यपाल की मंजूरी का इंतजार कर रही है।
सिसोदिया ने ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन संकट पैदा हो गया था और ऐसी खबरें हैं कि कुछ अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हुई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति गठित करने का फैसला लिया। इस समिति में चिकित्सा विशेषज्ञ हैं। हमने उपराज्यपाल की मंजूरी के लिए फाइल भेजी है।’’ सिसोदिया ने कहा, ‘‘यह समिति हफ्ते में एक बार बैठक करेगी और हर मामले पर गौर करेगी तथा यह फैसला करेगी कि क्या जीवनरक्षक गैस की कमी के कारण मौत हुई।
जैसे ही उपराज्यपाल फाइल को मंजूर करते हैं तभी यह समिति काम करना शुरू कर देगी।’’ सरकार ने यह भी घोषणा की है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।