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Hindi News दिल्ली पूर्व PM मनमोहन सिंह ने मांगी लंबी छुट्टी, राज्यसभा में सभी पार्टियों और सांसदों ने एकमत से दी स्वीकृति

पूर्व PM मनमोहन सिंह ने मांगी लंबी छुट्टी, राज्यसभा में सभी पार्टियों और सांसदों ने एकमत से दी स्वीकृति

दरअसल, सदैव अपने कार्य को लेकर संजीदा रहने वाले मनमोहन सिंह, बिना बताए राज्यसभा से गैर हाजिर नहीं रहना चाहते थे। मनमोहन सिंह द्वारा आधिकारिक तौर पर यह छुट्टियां मेडिकल ग्राउंड पर मांगी गई।

manmohan singh- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह

नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राज्यसभा से छुट्टी मांगी है। 91 वर्षीय राज्यसभा सांसद मनमोहन सिंह का यह अनुरोध राज्यसभा ने स्वीकार कर लिया है। पूर्व प्रधानमंत्री की छुट्टी का विषय गुरुवार को राज्यसभा में रखा गया। राज्यसभा में सभी दलों व सांसदों ने एकमत से पूर्व प्रधानमंत्री की छुट्टियां स्वीकृति करने का निर्णय किया। इन समय दोनों संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री ने मनमोहन सिंह खराब स्वास्थ्य के कारण फिलहाल संसद आने में असमर्थ हैं। इसके चलते उन्होंने राज्यसभा के सभापति से कुछ दिन की छुट्टी मांगी है।

6-22 दिसंबर तक की मांगी छुट्टी 

गुरुवार को सदन की कार्यवाही के दौरान सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन में इसकी जानकारी रखी। उन्होंने राज्यसभा के उपस्थित सांसदों को बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह खराब स्वास्थ्य के कारण संसद के इस सत्र में हिस्सा नहीं ले सकते। सभापति ने बताया कि मनमोहन सिंह ने 6 दिसंबर से लेकर 22 दिसंबर तक की छुट्टी मांगी है। मनमोहन सिंह द्वारा आधिकारिक तौर पर यह छुट्टियां मेडिकल ग्राउंड पर मांगी गई। सभापति ने यह प्रस्ताव गुरुवार को राज्यसभा के समक्ष रखा और सभी सांसदों ने एकमत होकर इसे स्वीकार कर लिया। इसके उपरांत पूर्व प्रधानमंत्री की छुट्टियां स्वीकृत कर ली गई।

बिना बताए राज्यसभा से गैर हाजिर नहीं रहना चाहते थे पूर्व PM

दरअसल, सदैव अपने कार्य को लेकर संजीदा रहने वाले मनमोहन सिंह, बिना बताए राज्यसभा से गैर हाजिर नहीं रहना चाहते थे। वहीं गुरुवार को राज्यसभा में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आरजेडी, जेडीयू, आप, समेत कई विपक्षी पार्टियों के सांसद सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा को लेकर नारेबाजी करते रहे। आसन के ठीक सामने नारेबाजी कर रहे तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन को सभापति ने तुरंत सदन से निकल जाने का आदेश दिया। उन्हें संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है।

चेतावनी के बावजूद सदन में बैठे रहने पर डेरेक का मामला विशेषाधिकार कमेटी को सौंप दिया गया है। यह समिति तीन माह के भीतर इस मुद्दे की जांच करने के उपरांत इस पूरे मामले पर अपनी रिपोर्ट राज्यसभा को सौंपेगी।

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