दिल्ली में पांच लोगों को पद्म भूषण पदक चुराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस ने बुधवार को बताया कि पंजाब विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति जी.सी.चटर्जी के पद्म भूषण पदक की चोरी के मामले में एक महिला समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी मंगलवार को पदक को बेचने के लिए एक जौहरी दलीप के पास गए। दलीप ने पदक को नहीं खरीदा और पुलिस को सूचना दे दी।
जौहरी को बेचने आए थे पद्म भूषण पदक
दिल्ली पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों की पहचान श्रवण कुमार (33), हरि सिंह (45), रिंकी देवी (40), वेद प्रकाश (39) और प्रशांत बिस्वास (49) के रूप में हुई है। ये सभी आरोपी मदनपुर खादर के रहने वाले हैं। पुलिस के मुताबिक, बिस्वास एक जौहरी है जिसने कथित तौर पर पदक खरीदा था। पुलिस ने बताया कि बिस्वास को पदक बेचने से पहले आरोपी दलीप नाम के जौहरी के पास गए थे। दलीप ने पद्म भूषण पदक खरीदने से मना कर दिया और पुलिस को भी खबर कर दी। इस दौरान आरोपी वहां से चले गए। इसके बाद पुलिस हरकत में आ गई।
सीसीटीवी फुटेज की मदद से पकड़े गए आरोपी
मामले की जानकारी लगते ही आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के लिए सरिता विहार के पुलिस उपायुक्त की देखरेख में कालिंदी कुंज के थाना प्रभारी और अन्य कर्मियों की एक टीम बनाई गई। इस मामले में इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के बाद आरोपियों की पहचान हरि सिंह, रिंकी देवी और प्रकाश बिस्वास के रूप में हुई। पुलिस के अनुसार, पूछताछ में सामने आया कि पदक श्रवण कुमार ने चुराया था जो साकेत का रहनेवाला है और जी.सी.चटर्जी के पोते समरेश चटर्जी का चिकित्सा सहायक था।
पुलिस ने इस मामले में तत्परता दिखाते हुए इन पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और पद्म भूषण पदक भी बरामद कर लिया है। पुलिस ने बताया कि इस पदक के दोनों तरफ दो सुनहरे उभार थे।