दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने दिल्ली में एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो दिल्ली पुलिस की वर्दी पहनकर लोगों को हनीट्रैप करता था। यह गिरोह बड़े ही शातिराना अंदाज में फर्राटे से अंग्रेजी बोलने वाली महिलाओं के साथ मिलकर अमीरों को चूना लगाता था। इस गिरोह ने अबतक दर्जनों रईसजादों को हनीट्रैप कर अपना शिकार बनाया है। फिलहाल दिल्ली पुलिस ने इस गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि ये आरोपी बड़े ही शातिराना अंदाज में दिल्ली पुलिस की नकली आईकार्ड और वर्दी में अपने कारनामे को अंजाम देते हैं। यह साजिश रचकर अमीरों की जेब को ढीला करते थे यानी की हनीट्रैपिंग का पूरा गिरोह चलाते थे। बता दें कि उनकी टीम में दो महिलाएं भी हैं जो फिलहाल फरार चल रही हैं।
हनीट्रैप करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
क्राइम ब्रांच के एडिशनल कमिश्नर संजय भाटिया के मुताबिक, इनकी टीम की महिलाएं सोशल मीडिया के माध्यम से अमीरों को पहले अपने झासे में लेतीं। इसके बाद रईसजादों को होटल में या किसी कमरे में अकेले मिलने के लिए बुलाती थीं। महिलाओं का वेशभूषा और बातचीत का तरीका इतना सटीक होता था कि सामने वाले शख्स को लगता था कि वह लड़की उनके प्यार में पागल हो गई है। इसके बाद लड़कियों द्वारा बुलाए जाने पर अमीर आदमी अकेले होटल या किसी कमरे में उनसे मिलने के लिए चला जाता था। जैसे ही अमीर शख्स इनकी जाल में फंसता तो कमरे में पुलिस की वर्दी पहने लोग कमरे में घुस जाते और तांडव मचाने लगते और तमाम तरह की कानूनी बातें करने लगते थे।
रईसजादों से होती थी पैसों की वसूली
इस दौरान रईसजादे अपना होश खो बैठते और समझ ही नहीं पाते कि आखिर क्या करना है क्या नहीं। इसके बाद बदनामी से मुक्ति पाने के लिए पैसे की लेनदेन की बात होने लगती है। पुलिस की माने तो कुछ दिन पहले द्वारका में इन लोगों ने डॉक्टर के साथ भी ऐसी हरकत की थी, लेकिन उस डॉक्टर ने केस दर्ज करवा दिया था। पुलिस के मुताबिक इस गिरोह ने कुछ ही महीने में दर्जनों फर्जी वारदातों को अंजाम दिया है। पिछले कई सालों से यह इसी तरह के हनीट्रैप के मामले को अंजाम देते आ रहे हैं। इन लोगों के खिलाफ पहले से ही कई मामले दर्ज है। फिलहाल आरोपी लड़कियां पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, जिनकी तलाश दिल्ली पुलिस कर रही है। बता दें कि तीनों आरोपियों के पास से पुलिस की नकली वर्दी और नकली आईकार्ड को दिल्ली पुलिस ने बरामद कर लिया है।