A
Hindi News दिल्ली ED अफसर बन लोगों से वसूली करने वाले 4 गिरफ्तार, मास्टरमाइंड पर ठगी के 50 से ज्यादा मामले दर्ज

ED अफसर बन लोगों से वसूली करने वाले 4 गिरफ्तार, मास्टरमाइंड पर ठगी के 50 से ज्यादा मामले दर्ज

क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के मुताबिक, मौजपुर के रहने वाले मोहम्मद रफीक जो कस्टम क्लीयरेंस का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें कोई फोन करके खुद को ईडी का अधिकारी बताकर 50 लाख रुपये मांग रहा है। फोन करने वाले स्पूफ़िंग के जरिये मेल भेजते थे, फोन करते थे, जिससे पता चले कि उन्हें ईडी दफ्तर से ही मेल या फोन आ रहे हैं।

अफसर बन लोगों से वसूली करने वाले 4 गिरफ्तार, मास्टरमाइंड पर ठगी के 50 से ज्यादा मामले दर्ज - India TV Hindi Image Source : INDIA TV अफसर बन लोगों से वसूली करने वाले 4 गिरफ्तार, मास्टरमाइंड पर ठगी के 50 से ज्यादा मामले दर्ज 

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने ईडी अफसर बनकर लोगों से जबरन वसूली करने वाले 4 लोगों को संसद मार्ग पुलिस थाने के बाहर से गिरफ्तार किया है। इस गैंग का मास्टरमाइंड डॉक्टर संतोष रॉय है, जो बनारस के एक बड़े नेता का रिश्तेदार है। इसके खिलाफ ठगी के 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के मुताबिक, मौजपुर के रहने वाले मोहम्मद रफीक जो कस्टम क्लीयरेंस का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें कोई फोन करके खुद को ईडी का अधिकारी बताकर 50 लाख रुपये मांग रहा है। फोन करने वाले स्पूफ़िंग के जरिये मेल भेजते थे, फोन करते थे, जिससे पता चले कि उन्हें ईडी दफ्तर से ही मेल या फोन आ रहे हैं।

पुलिस ने जाल बिछाकर किया गिरफ्तार

मोहम्मद रफीक की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज किया और जांच शुरू की। मोहम्मद रफीक को फोन करने वाले ने कहा वो एक वकील से मिल लें पैसे को लेकर डील पूरी कर लें। मोहम्मद रफीक उस वकील से मिला और डील पक्की हो गई। डील के मुताबिक पहली किश्त के तौर पर 22 लाख रुपये देने थे। 26 अगस्त को आरोपियों ने मोहम्मद रफीक को संसद मार्ग थाने के सामने पैसे देने के लिए बुलाया। क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर विवेकानंद झा की टीम ने जाल बिछाया और आरोपी संतोष रॉय और भूपेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। दोनों से पूछताछ के बाद मौजपुर से 2 और आरोपियों संजय और कुलदीप को गिरफ्तार किया गया। संजय पीड़ित का किरायेदार है लेकिन पीड़ित को ये नही पता था कि संजय आरोपियों के साथ मिला हुआ है।

अन्य फरार अपराधियों की तलाश में पुलिस जुटी

पुलिस के मुताबिक संतोष रॉय बनारस का रहने वाला है और वो एक शातिर ठग है। उस पर कई राज्यों में ठगी के 50 से ज्यादा केस दर्ज हैं। संतोष राय ये दावा करता है कि उसने 1997 में एमबीबीएस किया था और कुछ समय के लिए एम्स में भी काम किया है। 2019 में सीबीआई ने उसे अरेस्ट किया था तब वो एक मीट कारोबारी की बेहद करीबी मित्र से 10 करोड़ रुपये मांग रहा था। संतोष नाथूराम गोडसे पर एक फ़िल्म भी बना रहा था, किसका नाम गोडसे है उसका निर्देशक और निर्माता वो खुद है। ये मूवी अभी  रिलीज़ नही हुई है। आरोपी भूपेंद्र एक नामी वकील का मुंशी है जो उसके चैम्बर में पीड़ित से वकील बनकर मिलता था। आरोपी कुलदीप ने ही फर्जी वकील भूपेंद्र का इंतेजाम किया था। अभी इस गिरोह के तीन सदस्य अफजल अहमद, अर्जुन और आकाश फरार है जिनकी तलाश में पुलिस रेड कर रही है। संतोष राय मेट्रीमोनियल साइड पर भी लड़कियों को ठगने की प्लानिंग करता था। उसने लड़कियों को फंसाने के लिए अपने फर्जी एकाउंट बना रखे है और उन्हें शादी का झांसा देता है और उनसे रकम ऐंठता है।