Expansion of Jamia Colony: दिल्ली में बुलडोजर का एक्शन लगातार जारी है। आज मंगोलपुरी और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में अवैध कब्जे हटाये जा रहे हैं। वहीं कल शाहीन बाग में अतिक्रमण हटाने बुलडोजर पहुंचे थे लेकिन प्रदर्शन के बाद बिना कार्रवाई किए ही लौट गए। वहीं MCD का अतिक्रमण हटाओ अभियान अभी भी जारी है और 13 मई तक दिल्ली के अलग-अलग जगहों पर अवैध कब्जे हटाए जाएंगे। पर MCD की लिस्ट में जामिया कॉलोनी का नाम नहीं है। बता दें, सूखी यमुना तट पर जामिया कॉलोनी का विस्तार तेजी से हो रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि इस विस्तार पर MCD का बुलडोजर कब चलेगा?
दरअसल, SDMC दक्षिणी दिल्ली के कई हिस्सों में 4 मई से 13 मई तक अतिक्रमण अभियान का पहला चरण चला रही है। मंगलवार को मंगोलपुरी और न्यू फ्रेंडस कॉलोनी में अवैध दुकाने तोड़ दी गईं हैं। कार्रवाई के दौरान एक तरफ जहां विरोध और हंगामा रहा, वहीं दूसरी तरफ कुछ दुकानदार खुद ही अपना अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिए । पटरी दुकानदारों के बाद घरों के बाहर किए गए अवैध कब्जे को भी हटाया गया।
कल शाहीन बाग में अतिक्रण हटाने की मुहीम के खिलाफ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया-मार्क्सवादी यानी CPIM ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में यह कहते हुए दखल देने से इनकार कर दिया कि याचिका किसी प्रभावित पक्ष की बजाय एक राजनीतिक दल ने दायर की है।
इससे पहले जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के दिन हुई हिंसा के बाद वहां भी बुलडोजर से अवैध कब्जे हटाए गए थे। हालांकि तब कार्रवाई ज्यादा देर तक नहीं चल पाई थी, क्योंकि इस पर सुप्रीम कोर्ट का निर्देश आ गया था। फिलहाल जहांगीरपुरी में अवैध कब्जे के खिलाफ कार्रवाई करने पर रोक लगा हुआ है। वहीं सूखी यमुना तट पर जामिया कॉलोनी में हो रहे विस्तार पर अभी तक MCD ने कोई कार्रवाई नहीं की है। ऐसे में सवाल उठता है कि यहां MCD ने अपनी आंखे क्यों बंद कर रखी है?