A
Hindi News दिल्ली दिल्ली में कड़ाके की ठंड ने बढ़ाई बिजली की खपत, दो साल के तोड़ दिए रिकॉर्ड

दिल्ली में कड़ाके की ठंड ने बढ़ाई बिजली की खपत, दो साल के तोड़ दिए रिकॉर्ड

इन दिनों राष्ट्रीय राजधानी यानी दिल्ली में भी खूब कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ऐसे समय में राष्ट्रीय राजधानी ने बिजली डिमांड में दो साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।

दिल्ली में कड़के की ठंड ने बढ़ाई बिजली की खपत(प्रतीकात्मक फोटो)- India TV Hindi Image Source : FILE दिल्ली में कड़के की ठंड ने बढ़ाई बिजली की खपत(प्रतीकात्मक फोटो)

इस समय ठंड ने हर जगह अपना कहर बरपा रखा है। इन दिनों राष्ट्रीय राजधानी यानी दिल्ली में भी खूब कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ऐसे समय में दिल्ली का आलम कुछ ऐसा है कि राष्ट्रीय राजधानी ने बिजली डिमांड में दो साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। दिल्ली में भयंकर ठंड पड़ने से बिजली की अधिकतम मांग दो साल के अपने उच्चस्तर 5,247 मेगावॉट पर पहुंच गई। इस बीच, दिल्ली में बिजली वितरण करने वाली टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड(टाटा पावर DDL) तथा बीएसईएस(BSES) दोनों ने बयान में अधिकतम मांग को पूरा करने का दावा किया है। 

दिल्ली में इतनी पहुंच गई बिजली की मांग

दिल्ली लोड डिस्पैच सेंटर के आंकड़ों के मुताबिक, शहर में सुबह 10.56 मिनट पर बिजली की अधिकतम मांग 5,247 मेगावॉट पहुंच गई। बिजली वितरण कंपनियों के मुताबिक यह मांग न केवल दो साल में जनवरी महीने में सबसे ज्यादा है बल्कि इस ठंड के सीजन में भी अबतक की सर्वाधिक मांग है। साल 2022 के जनवरी महीने में बिजली की अधिकतम मांग 5,104 मेगावॉट और 2021 में 5,021 मेगावॉट थी। हालांकि, 2020 में यह 5,343 मेगावॉट थी। 

नॉर्थ दिल्ली में रही इतनी मांग

नॉर्थ दिल्ली में बिजली वितरण कर रही टाटा पावर डीडीएल के प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा कि उसके एरिया में बिजली की मांग रिकॉर्ड 1,646 मेगावॉट रही। प्रवक्ता के बयान के मुताबितक बिजली की इस मांग को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। प्रवक्ता ने कहा, "हम अपने उपभोक्ताओं को 24 घंटे गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमने बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए अतिरिक्त बिजली की व्यवस्था की है।" 

"मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त उपाय किए" 

बीएसईएस के प्रवक्ता ने कहा, "बीआरपीएल (बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड) और बीवाईपीएल (बीएसईएस यमुना पावर लि.) में क्रमश: अधिकतम मांग 2,183 मेगावॉट और 1,095 मेगावॉट रही, जिसे सफलतापूर्वक पूरा किया गया।" बीएसईएस के प्रवक्ता ने कहा, "दिल्ली में सर्दी और गर्मियों में 50 प्रतिशत बिजली मांग गर्म और ठंडा करने के उपकरणों की वजह से है।" उन्होंने कहा, "सर्दियों के महीनों के दौरान बिजली मांग को पूरा करने के लिये पर्याप्त उपाय किए गए हैं। इसमें बिजली संयंत्रों से आपूर्ति के लिए दीर्घकालिक समझौते शामिल हैं।"