Thyagraj Stadium IAS Transfer: IAS दंपति संजीव खिरवार और उनकी पत्नी रिंकू दुग्गा को दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में सुविधाओं के दुरुपयोग को लेकर खबरें आने के कुछ घंटों के भीतर ही गृह मंत्रालय ने एक्शन लिया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एजीएमयूटी कैडर के दोनों आईएएस अधिकारियों संजीव खिरवार को दिल्ली से लद्दाख और रिंकू दुग्गा को दिल्ली से अरुणाचल प्रदेश में स्थानांतरित कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि गुरुवार सुबह ही खबरें आईं थी कि दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में IAS दंपति अपना कुत्ता टहलाने के लिए खिलाड़ियों को स्टेडियम से जबरन खाली करा लिया जाता था। स्टेडियम के खिलाड़ियों और कोच ने दिल्ली के मुख्य सचिव (राजस्व) संजीव खिरवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि दिल्ली के मुख्य सचिव खिरवाल अपने कुत्ते के साथ टहलने के लिए एथलीट्स को स्टेडियम से बाहर निकलने के लिए कहा है। इस कारण उनका अभ्यास बाधित हुआ है।
गृह मंत्रालय ने लिया एक्शन
दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में कुत्ता टहलाना IAS दंपति को खासा महंगा पड़ा है। स्टेडियम से खिलाड़ियों को बाहर करवाकर कुत्ता टहलाने वाली खबर वायरल हो गई। जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दोनों अधिकारियों का पर कार्रवाई करते हुए तबादला कर दिया है। संजीव खिरवार और उनकी पत्नी रिंकू दुग्गा को त्यागराज स्टेडियम में सुविधाओं के दुरुपयोग के संबंध में दिल्ली से लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में स्थानांतरित कर दिया गया है।
बीजेपी ने आप पर साधा निशाना
नई दिल्ली स्थित त्यागराज स्टेडियम में कुत्ते को टहलाने के मामले पर सियासत भी जमकर हो रही है। भाजपा आम आदमी पार्टी पर निशाना साध रही है। साथ ही दिल्ली इकाई के भाजपा अध्यक्ष ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर त्यागराज स्टेडियम की घटना पर संज्ञान लेने का आग्रह किया है। पत्र में कहा गया है कि दिल्ली के स्टेडियमों की हालत बेहद खस्ता है और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने की जगह अरविंद केजरीवाल की सरकार उन्हें हतोस्ताहित करने का काम कर रही है, जिसके कारण दिल्ली में खेल का स्तर गिर रहा है।
पत्र में लिखा कि संजीव खिरवार जैसे अधिकारियों की मानसिक स्थिति की जांच होनी चाहिए और ऐसे व्यक्ति को पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि, दिल्ली सरकार के प्रमुख सचिव (राजस्व) संजीव खिरवार को अपना कुत्ता टहलाने के लिए जिस तरह से खिलाड़ियों से जबरन स्टेडियम खाली करा लिया जाता था, उससे दिल्ली सरकार के खेल के प्रति गंभीरता बाखूबी उजागर होती है। जिस स्टेडियम में खिलाड़ियों और उनके कोच को होना चाहिए था उस स्टेडियम में केजरीवाल के अधिकारी और उनके कुत्ते सैर कर रहे हैं।