नई दिल्ली: दिल्ली अग्निशमन सेवा (DFS) को 2021 की पहली छमाही में 13,700 से ज्यादा कॉल की गईं, जिनमें से 8,700 कॉल आग लगने की घटनाओं से संबंधित थीं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में इस साल अप्रैल में आग लगने की सबसे ज्यादा घटनाएं हुईं। इस दौरान शहर कोविड-19 की खतरनाक दूसरी लहर का सामना कर रहा था।
आंकड़ों के अनुसार, इस साल अग्निशमन विभाग को जनवरी से जून के बीच 13,709 कॉल मिले, जिनमें से 8,730 आग की घटनाओं से संबंधित थे। आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल से दिल्ली अग्नि शमन नियंत्रण कक्ष के पास कॉल की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई। सिर्फ अप्रैल के महीने में ही दमकल कर्मियों को 3,240 कॉल पर प्रतिक्रिया देनी पड़ी, जिनमें से 2,582 कॉल आग की घटनाओं से संबंधित थीं। यह इस साल अब तक की सबसे बड़ी संख्या है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धी की वजह से 19 अप्रैल को लॉकडाउन की घोषणा की थी। जैसे-जैसे प्रतिबंधों में राहत दी जाने लगी, आग लगने से संबंधित कॉल भी बढ़ती गईं। मई में विभाग को 2,174 कॉल मिलीं, जिनमें से 1,322 कॉल आग की घटनाओं से संबंधित थीं। जून में विभाग को 2,161 कॉल मिलीं, जिनमें से 1,326 कॉल आग की घटनाओं के बारे में थीं।
दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा, ‘‘इस साल अप्रैल में लॉकडाउन के दौरान जो प्रतिष्ठान बंद थे, वे बाद में बिना मरम्मत और रखरखाव की तैयार के खुले। वैसे भी सामान्य तौर पर तापमान में वृद्धि के साथ आग लगने की घटनाओं से संबंधित कॉल में वृद्धि होती है।"
उन्होंने कहा, "इसके अतिरिक्त इस साल जब प्रतिबंधों में छूट की घोषणा हुई तो फैक्ट्री समेत कई प्रतिष्ठान बिना मरम्मत और उचित रखरखाव के खुले।’’ उन्होंने बताया कि आग की जो ज्यादातर घटनाएं हुईं, वह मुख्य तौर पर बिजली तार में गड़बड़ियों की वजह से हुईं।