श्रद्धा हत्याकांड में रोज नए-नए खुलासे होते जा रहे हैं। इसी बाबत एक और बात सामने आई है कि साल 2021 के फरवरी में श्रद्धा ने मालाड के रक्षा हॉस्पिटल के डॉक्टर प्रणव काबरा से फोन पर कंसल्टेशन लिया था। श्रद्धा ने डॉक्टर से खुद को मानसिक तनाव में चलने की बात कही थी और डॉक्टर से दवा मांगा था। डॉक्टर का कहना है कि श्रद्धा ने फोन पर खुद के लिए दवा मांगी थी लेकिन उसकी बातों से लग रहा था कि वह ये दवाई अपने पार्टनर के लिए मांग रही है।
श्रद्धा ने डॉक्टर से मानसिक प्रताड़ना के बारे में बताया था
इंडिया टीवी की संवाददाता नम्रता दुबे से हुए बातचीत में डॉक्टर ने बताया कि उन्हें फरवरी 2021 में श्रद्धा वॉलकर नाम की मरीज का कॉल आया था। उसने बताया था कि उसे काफी ज्यादा तनाव है और उसका पार्टनर आफताब उस पर बहुत गुस्सा करता है। उसे हर बात पर गुस्सा बहुत जल्दी आ जाता है इसलिए उन दोनो में रोज झगड़े हो रहे हैं और वह मानसिक तौर पर बहुत ही ज्यादा परेशान है। डॉक्टर ने फोन पर ही श्रद्धा को समझाया था की झगड़े तो हर किसी के बीच होते रहते हैं इसे लेकर स्ट्रेस लेना ठीक नहीं है। इसके बाद श्रद्धा ने खुद ही कुछ दवाइओं का जिक्र किया और उनका प्रस्क्रिप्शन लिखने को कहा और कहा कि अगर आपके पास हो तो आप दे दें। तब डॉक्टर ने श्रद्धा को फोन पर ही समझाया कि वे यह दवाइयां फोन पर नहीं बता सकते हैं क्योंकि इन दवाइओं का प्रिस्क्रप्शन बिना मरीज से मिले देना गैर कानूनी प्रक्रिया होती है। इसके बाद डॉक्टर ने श्रद्धा से कहा कि वह खुद हॉस्पिटल आकर मिले और अपना इलाज करवाएं। लेकिन श्रद्धा ने अस्पताल नहीं आने की वजह साफ नहीं बताई।
क्या आफताब को कानून दिला पाएगा सजा
श्रद्धा के मर्डर के आरोपी आफताब ने पुलिस के सामने हत्या की सारी स्क्रिप्ट उगल दी, लेकिन कानून की तराजू में सबूत तौले जाते हैं। बस यही सबूत जुटाना दिल्ली पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई है।
पांच दिन की पुलिस रिमांड पर आफताब
आफताब पूनावाला ने जिस अंदाज में कत्ल को अंजाम दिया है। पुलिस को अभी तक उसके सुराग कोई ठोस रूप में नहीं मिले हैं। हालांकि उसने पुलिस के सामने जरूर यह कबूल कर लिया कि उसी ने श्रद्धा का कत्ल किया है। लेकिन अभी भी ठोस सबूत का इंतजार है। हालांकि पुलिस को आफताब की 5 दिन की पुलिस रिमांड मिली है। संभव है कि इस दौरान कत्ल से जुड़े और कई राज और सबूत पुलिस को मिलें।