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Hindi News दिल्ली Republic Day 2022: गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली की झांकी होने की संभावना नहीं: सूत्र

Republic Day 2022: गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली की झांकी होने की संभावना नहीं: सूत्र

इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा, ‘‘गणतंत्र दिवस परेड 2022 में दिल्ली से कोई झांकी नहीं होगी। कारण ज्ञात नहीं है।’’ अधिकारी ने कहा कि इस वर्ष, दिल्ली-सिटी ऑफ होप्स’ को झांकी के लिए विषय के रूप में चुना गया था।

Republic Day 2022: गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली की झांकी होने की संभावना नहीं: सूत्र - India TV Hindi Image Source : PTI FILE PHOTO Republic Day 2022: गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली की झांकी होने की संभावना नहीं: सूत्र 

Highlights

  • यह लगातार दूसरा साल होगा जब दिल्ली की झांकी दिखाई नहीं देगी
  • इस मामले में दिल्ली सरकार की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आई है
  • नेताजी पर केंद्रित पश्चिम बंगाल की झांकी को अनुमति दें: तथागत रॉय

नयी दिल्ली: इस साल के गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली से झांकी होने की संभावना नहीं है। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को दी। हालांकि, इस मामले में दिल्ली सरकार की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आई है। इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा, ‘‘गणतंत्र दिवस परेड 2022 में दिल्ली से कोई झांकी नहीं होगी। कारण ज्ञात नहीं है।’’ अधिकारी ने कहा कि इस वर्ष, दिल्ली-सिटी ऑफ होप्स’ को झांकी के लिए विषय के रूप में चुना गया था।

उल्लेखनीय है कि 2020 में भी गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली की झांकी नहीं थी। पिछले साल, दिल्ली की झांकी राजपथ पर परेड में शामिल हुई थी, जिसमें दिल्ली सरकार ने शाहजहांबाद के चारदीवारी शहर की स्थापत्य विरासत को आधुनिक बुनियादी ढांचे के साथ जोड़ने के लिए चांदनी चौक के अपने पुनर्विकास मॉडल को प्रदर्शित किया था।

केंद्र सरकार के सूत्रों ने बताया कि राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों की ओर से कुल 56 प्रस्ताव आए थे। उन्होंने कहा कि इनमें से 21 का चयन किया गया है और हर साल इसी तरह की चयन प्रक्रिया अपनाई जाती है। 

प्रधानमंत्री से अनुरोध, नेताजी पर केंद्रित पश्चिम बंगाल की झांकी को अनुमति दें: तथागत रॉय 

भाजपा के वरिष्ठ नेता तथागत रॉय ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आह्वान किया कि वह राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित होने जा रहे मुख्य गणतंत्र दिवस समारोह में पश्चिम बंगाल की नेता सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी झांकी को हिस्सा लेने की अनुमति दें। उन्होंने यह अनुरोध राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा इसी तरह की अपील प्रधानमंत्री से किए जाने के एक दिन बाद किया है। रॉय ने हालांकि, स्पष्ट किया कि मोदी से उनके अनुरोध को तृणमूल कांग्रेस की‘ तुष्छ राजनीति’ के समर्थन के रूप में नहीं देखा जानी चाहिए।

रॉय ने ट्वीट किया, ‘‘मेरी अपील प्रधानमंत्री से है कि गणतंत्र दिवस समारोह में पश्चिम बंगाल की झांकी को अनुमति दें। इसमें नेताजी के कार्यों को दिखाया गया है।’’ इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को टैग किया है। त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल ने कहा,‘‘केंद्र ने पहली बार नेताजी सुभा चंद्र बोस के जन्मदिन को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाने की शुरुआत की। गणतंत्र दिवस समारोह अब हर साल 24 जनवरी के बजाय 23 जनवरी से शुरू होगा, इसलिए किसी भी राज्य राज्य सरकार को नेताजी को याद करने का श्रेय नहीं लेने दें।’’

उल्लेखनीय है कि ममता बनर्जी ने स्वतंत्रता सेनानी बोस की 125वीं जयंती पर उनके योगदान को दर्शाने वाली पश्चिम बंगाल की झांकी को आगामी गणतंत्र दिवस परेड में शामिल नहीं करने के केंद्र के फैसले पर रविवार को आश्चर्य व्यक्त किया था और प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया था।