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दिल्ली: 6 महीने तक बच्चों को मिलेगी Mid-Day Meal की ड्राई राशन किट, 8 लाख परिवारों को लाभ

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा "कई पेरेंट्स ने उन्हें बोला कि पैसा देते हैं लेकिन वह कहीं खर्च हो जाता है, आज राशन देने की प्रकिया शुरू होने जा रही है, बच्चे का 6 महीने का जितना राशन बनता है उतना 6 महीने का राशन हर परिवार को दे दिया जाएगा ताकि बच्चे के पौष्टिक आहार में किसी तरह की कमी

<p>दिल्ली सरकार ने Mid-Day Meal...- India TV Hindi Image Source : PTI दिल्ली सरकार ने Mid-Day Meal योजना के तहत ड्राई राशन 6 महीने तक बच्चों को देने का फैसला किया है

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार की छोटे बच्चों के लिए स्कूल खोलने की शायद अभी कोई योजना नहीं है, यही वजह है कि दिल्ली सरकार ने अगले 6 महीने तक Mid Day Meal योजना के तहत लाभ लेने वाले बच्चों के घरों में सूखे राशन की किट उपलब्ध कराने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उनकी इस योजना से दिल्ली में लगभग 8 लाख परिवारों को लाभ मिलेगा। 

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा "कई पेरेंट्स ने उन्हें बोला कि पैसा देते हैं लेकिन वह कहीं खर्च हो जाता है, आज राशन देने की प्रकिया शुरू होने जा रही है, बच्चे का 6 महीने का जितना राशन बनता है उतना 6 महीने का राशन हर परिवार को दे दिया जाएगा ताकि बच्चे के पौष्टिक आहार में किसी तरह की कमी न आए।"

अरविंद केजरीवाल ने कहा, "लॉकडाउन का दौर सभी सरकारों के लिए परीक्षा का दौर था और उस समय हमने पूरी कोशिश की हमारे लोगों को कम से कम खाने की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उस दौरान 10 लाख लोगों के लिए रोज दिल्ली सरकार की तरफ से खाना बनता था, दिल्ली सरकार के जितने स्कूल थे उनमें खाना बनता था। 10 लाख लोगों को रोज लंच और डिनर पकाकर सरकार खिलाती थी। उसमें कोई भी आकर खाना खा सकता था।" 

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना काल के समय अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई और कहा, "3-4 महीने तक एक करोड़ लोगों को दिल्ली के यानि 50 प्रतिशत दिल्ली के लोगों को ड्राइ राशन उनके घर पहुंचाया था। गेहूं, चावल दाल और तेल तथा मसाले पहुंचाए थे। जितने बुजुर्ग हैं दिल्ली के उनकी पेंशन डबल कर दी थी लॉकडाउन के दौरान, विधवाओं की पेंशन डबल कर दी थी, मजदूरों को हमने जबतक लॉकडाउन का समय रहा हर महीने 5-5 हजार उनके खातों में डलवा दिए। टैक्सी ड्राईवरों के खाते में 5-5 हजार रुपए हर महीने डलवा दिए।"