नई दिल्ली: दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने कोरोना संक्रमित मरीजों की पुख्ता पहचान के लिए आवश्यक आरटी-पीसीआर टेस्ट के रेट में फिर कटौती की है। केजरीवाल सरकार ने राजधानी दिल्ली में कोरोना टेस्ट की रेट 300-700 रुपए निर्धारित की है। सरकार द्वारा जारी आदेश के अनुसार सैंपल अगर सरकारी टीम द्वारा प्राइवेट लैब की कलेक्शन साइट से उठाया जाएगा तो 300 रुपए, सरकार के बताए हुए सैंपल को अगर प्राइवेट लैब की टीम कलेक्ट करेगी तो 400 रुपए, कोई व्यक्ति अगर खुद जाकर प्राइवेट लैब, अस्पताल या कलेक्शन सेंटर पर जाकर सैंपल देगा तो 500 रुपए टेस्टिंग शुल्क लगेंगे।
केजरीवाल सरकार ने यह भी बताया कि अगर प्राइवेट लैब वाले घर से सैंपल कलेक्ट करेंगे तो सभी शुल्क मिलाकर अधिकतम 700 रुपए देने होंगे। वहीं रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 300 रुपए शुल्क चुकाने पड़ेंगे। सरकारी केंद्रों एवं अस्पतालों में आरटी-पीसीआर एवं रैपिड एंटीजन परीक्षण मुफ्त किये जाते हैं। पिछले साल नवंबर में सरकार ने यहां निजी अस्पतालों में आरटी-पीसीआर पद्धति से कोविड-19 जांच करवाने के लिए अधिकतम शुल्क 800 रुपये तय किया था।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी निजी अस्तपालों एवं प्रयोगशालाओं को 24 घंटे के अंदर प्रमुख स्थान पर संशोधित दर प्रदर्शित करने का निर्देश दिया है। उसने उनसे 24 घंटे के अंदर नमूनों की जांच करने, उसकी रिपोर्ट संबंधित व्यक्ति एवं आईसीएमआर की पोर्टल पर उसे डालने को भी कहा है।
बुधवार को दिल्ली में कोविड-19 के 50 मामले सामने आये हैं। फिलहाल यहां संक्रमण दर 0.09 फीसद है। राष्ट्रीय राजधानी में अबतक कोविड-19 के 14,36,518 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 14,10,947 मरीज संक्रमणमुक्त हो गये जबकि 25,058 की जान चली गयी।
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