नयी दिल्ली: दिल्ली की वायु गुणवत्ता सोमवार को भी बहुत खराब श्रेणी में रही और अगले तीन दिन तक इसमें सुधार की कोई संभावना नहीं है। दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने की हिस्सेदारी सोमवार को 10 प्रतिशत रही, जो दिवाली (चार नवंबर) के बाद सबसे कम है। दिल्ली में एक नवंबर से 15 नवंबर के बीच पीएम2.5 प्रदूषण में पराली का औसतन योगदान लगभग 25 प्रतिशत है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के एक विश्लेषण के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में लोग हर साल एक नवंबर से 15 नवंबर के बीच सबसे खराब हवा में सांस लेते हैं, क्योंकि मौसम संबंधी स्थितियों के कारण स्थानीय स्रोतों से निकले सूक्ष्म प्रदूषक तत्व वायुमंडल में अटक जाते हैं और पंजाब तथा हरियाणा जैसे पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं भी सामने आती हैं।
दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम चार बजे 353 रहा। पराली के उत्सर्जन में गिरावट से राजधानी में 24 घंटे का औसत एक्यूआई शनिवार को 437 था जो रविवार को 330 पर आ गया। बता दें कि शून्य से 50 के एक्यूआई को अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 को बहुत खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की पूर्वानुमान एजेंसी सफर ने कहा है कि मंगलवार को हवा की गुणवत्ता में सुधार की संभावना नहीं है क्योंकि हवा की गति बढ़ने से दिल्ली में पराली जलाने से संबंधित प्रदूषक तत्व अधिक पहुंच रहे हैं। सफर ने कहा, ‘‘स्थानीय स्तर पर शांत हवाएं भी प्रदूषकों के फैलाव को कम करती हैं। इसलिए हवा की गुणवत्ता कल ‘बहुत खराब’ श्रेणी के शीर्ष पर रहने का अनुमान है।’’
सफर ने कहा कि रविवार को पराली जलाने के 3,125 मामले सामने आए और सोमवार को दिल्ली के पीएम2.5 प्रदूषण में इसका योगदान 10 प्रतिशत रहा। सफर के मुताबिक बुधवार और बृहस्पतिवार को वायुमंडल के ऊपरी स्तर की हवा की दिशा पूर्व की ओर रहने की संभावना है, जिससे दिल्ली में प्रदूषकों के पहुंचने से कुछ रोक लगेगी।
सफर ने कहा कि हालांकि, दिल्ली में वायुमंडल के निचले स्तर की हवाएं 17 और 18 नवंबर को और धीमी हो जाएंगी जिससे प्रदूषकों का फैलाव कम हो जाएगा। सफर ने कहा, ‘‘कुल मिलाकर, अगले तीन दिन एक्यूआई के बहुत खराब श्रेणी में रहने का अनुमान है।" भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को सुबह के समय हल्का कोहरा छाए रहने के साथ मुख्य रूप से आसमान साफ रहने का अनुमान जताया है।