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Hindi News दिल्ली दिल्ली में सामने आए कोविड-19 के 57 नए मामले, संक्रमण दर 0.10 फीसदी हुई

दिल्ली में सामने आए कोविड-19 के 57 नए मामले, संक्रमण दर 0.10 फीसदी हुई

राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के कारण 25,100 लोगों की जान जा चुकी है। एक दिन पहले 48,120 नमूनों की जांच की गई। उसमें बताया गया है कि शहर में संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 428 है जो एक दिन पहले 407 थी।

Delhi reports 57 new Covid-19 cases, 0 deaths- India TV Hindi Image Source : PTI राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को कोरोना वायरस के 57 नए मरीजों की पुष्टि हुई।

Highlights

  • राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के कारण 25,100 लोगों की जान जा चुकी है।
  • दिल्ली में कुल मामले बढ़कर 14,41,850 पहुंच गए हैं।
  • घर में पृथक रह रहे लोगों की संख्या 192 हो गई है।

नयी दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को कोरोना वायरस के 57 नए मरीजों की पुष्टि हुई तथा संक्रमण 0.10 फीसदी पहुंच गई जो एक दिन पहले 0.9 प्रतिशत थी। हालांकि किसी संक्रमित की मौत की पुष्टि नहीं हुई। दिल्ली में इस महीने में अबतक दो कोविड मरीजों की मौत हुई है। नवंबर में संक्रामक रोग से सात, अक्टूबर में चार और सितंबर में पांच मरीजों की जान गई थी। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में बताया गया है कि शहर में कुल मामले बढ़कर 14,41,850 पहुंच गए हैं। इनमें से 14.16 लाख से ज्यादा मरीज संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। 

बुलेटिन के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के कारण 25,100 लोगों की जान जा चुकी है। एक दिन पहले 48,120 नमूनों की जांच की गई। उसमें बताया गया है कि शहर में संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 428 है जो एक दिन पहले 407 थी। घर में पृथक रह रहे लोगों की संख्या 192 हो गई है जो मंगलवार को 193 थी। दिल्ली में मंगलवार को 45, सोमवार को 30 और रविवार को 52 मामले आए थे।

इस बीच केन्द्र सरकार ने कहा है कि कोविड​​-19 महामारी से निपटने के लिए पर्याप्त मात्रा में चिकित्सा ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति बहुत महत्वपूर्ण है। उसने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सभी ऑक्सीजन उपकरणों की पूर्ण कार्यक्षमता सुनिश्चित करने के लिए मॉक ड्रिल आयोजित करने का आग्रह किया। 

बयान के अनुसार उनसे दैनिक आधार पर इनकी स्थिति की समीक्षा करने और निगरानी करने का आग्रह किया गया है। बयान के अनुसार उनसे यह सुनिश्चित करने के लिए सभी स्थापित और चालू पीएसए संयंत्रों की पूर्ण कार्यक्षमता सुनिश्चित करने के वास्ते मॉक ड्रिल करने का भी आग्रह किया गया। 

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा, ‘‘चिकित्सा ऑक्सीजन एक आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य वस्तु है और पर्याप्त मात्रा में इसकी निर्बाध आपूर्ति महामारी से निपटने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।’’ बयान में कहा गया है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय पीएसए संयंत्रों और अन्य चिकित्सा ऑक्सीजन से संबंधित बुनियादी ढांचे के संचालन और रखरखाव के लिए तकनीशियनों और चिकित्सकों की क्षमता और बढ़ाने के लिए व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।