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Hindi News दिल्ली दिल्ली में कोरोना वायरस ने मचाई तबाही, बुधवार को 131 लोगों की मौत

दिल्ली में कोरोना वायरस ने मचाई तबाही, बुधवार को 131 लोगों की मौत

अबतक दिल्ली में कोरोना वायरस के कुल 503084 मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें 452683 लोग ठीक हो चुके हैं और 7943 लोगों की जान चली गई है। मौजूदा समय में दिल्ली के अंदर कोरोना वायरस के 42458 एक्टिव केस हैं।

<p>दिल्ली में कोरोना...- India TV Hindi Image Source : PTI दिल्ली में कोरोना वायरस के कुल मामलों का आंकड़ा 5 लाख के पार पहुंच गया है

नई दिल्ली। देशभर में जहां कोरोना वायरस का संक्रमण कुछ हद तक काबू में दिख रहा है वहीं देश की राजधानी दिल्ली में यह बेकाबू हो चुका है और तबाही मचा रहा है। बुधवार को दिल्ली में कोरोना वायरस की वजह से 131 लोगों की जान गई है जो दिल्ली के अंदर इस वायरस की वजह से एक दिन में हुई सबसे ज्यादा मौतें हैं। अबतक दिल्ली में यह वायरस कुल 7943 लोगों की जान ले चुका है।

दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक बुधवार को दिल्ली में कोरोना वायरस के 7486 नए मामले सामने आए हैं और राजधानी में कोरोना मरीजों की पहचान के लिए बुधवार को कुल 62232 टेस्ट किए गए हैं, यानि दिल्ली में बुधवार को टेस्टिंग के बाद कुल 12.03 प्रतिशत लोग पॉजिटिव निकले हैं। कोरोना मरीजों की पहचान के लिए दिल्ली में अबतक कुल 5590654 टेस्ट हो चुके हैं।

अबतक दिल्ली में कोरोना वायरस के कुल 503084 मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें 452683 लोग ठीक हो चुके हैं और 7943 लोगों की जान चली गई है। मौजूदा समय में दिल्ली के अंदर कोरोना वायरस के 42458 एक्टिव केस हैं।

दिल्ली के अंदर कोरोना को काबू में करने के लिए दिल्ली सरकार ने केंद्र की मदद मांगी है, और गृह मंत्रालय ने दिल्‍ली को कोरोना से बचाने के लिए 10 टीमों का गठन का किया है जो 100 अस्‍पतालों का दौरा कर रही हैं। इसके अलावा दिल्ली एयरपोर्ट के पास DRDO अस्पताल में 250 ICU बेड बढ़ाए गए हैं। सबसे बड़ा फैसला शकूरबस्‍ती रेलवे स्टेशन पर 800 बेड बढ़ाने का है, आइसोलेशन कोच बनाए गए रेल डिब्बों में पैरामिलिट्री फोर्स के डॉक्टर्स तैनात होंगे। इसके अलावा BEL ने दिल्ली के लिए 250 वेंटिलेटर भेजे हैं। दिल्ली में इस हफ्ते से डोर-टू-डोर सर्वे शुरू होगा जो 25 नवंबर तक चलेगा। सरकार नवंबर के आखिर तक दिल्ली में रोज 60 हजार RT-PCR टेस्ट करने की तैयारी कर रही है ताकि जल्द से जल्द पॉजिटिव मरीजों की ट्रेसिंग हो सके