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Hindi News दिल्ली दिल्ली में सामने आए कोविड-19 के 52 नए मामले, एक मरीज की मौत

दिल्ली में सामने आए कोविड-19 के 52 नए मामले, एक मरीज की मौत

दिल्ली में मंगलवार को कोविड-19 से एक मरीज की मौत हो गई और 52 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, संक्रमण दर 0.08 फीसदी दर्ज की गई। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली।

Delhi records 52 fresh Covid cases, one new death; positivity rate at 0.08 pc- India TV Hindi Image Source : PTI दिल्ली में मंगलवार को कोविड-19 से एक मरीज की मौत हो गई और 52 नए मामले सामने आए हैं।

नयी दिल्ली: दिल्ली में मंगलवार को कोविड-19 से एक मरीज की मौत हो गई और 52 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, संक्रमण दर 0.08 फीसदी दर्ज की गई। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली। विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 45 मरीज संक्रमण मुक्त हुए और कुल स्वस्थ हुए लोगों की संख्या बढ़कर 14,11,280 हो गई। दिल्ली में सोमवार को कोविड-19 के 39 मामले सामने आए थे और पिछले साल अप्रैल के बाद से पहली बार उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 500 से नीचे हो गई थी। विभाग के अनुसार, नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 14,36,852 हो गई है। वहीं, दिल्ली में कोविड-19 से मरने वालों की कुल संख्या 25,068 हो गई है। राष्ट्रीय राजधानी में फिलहाल 504 मरीजों का उपचार चल रहा है। एक दिन पहले यह संख्या 498 थी। 

इस बीच दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार को केंद्र से ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी में कोविड की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई मौतों को लेकर जानकारी मांगी गई हो। हालांकि, मंत्री ने कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार के साथ सभी विवरण साझा करने का फैसला किया है। उन्होंने एक ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा, ‘‘आप उस जवाब को उच्चतम न्यायालय और जनता के सामने रख सकते हैं।’’

सिसोदिया ने केंद्र पर दूसरी लहर के दौरान हुए ऑक्सीजन संकट के प्रति गंभीरता नहीं दिखाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अखबारों की खबरों में पढ़ा कि केंद्र कह रहा है कि उसने राज्य सरकारों से ऑक्सीजन से संबंधित मौतों की संख्या साझा करने के लिए कहा है।’’ 

सिसोदिया ने कहा कि उन्हें इस मामले में आज तक कोई संसूचना नहीं मिली है। उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली सरकार को ऑक्सीजन से संबंधित मौतों पर कोई पत्र नहीं मिला है। जब आपने (केंद्र) कोई पत्र नहीं लिखा है, तो आप कैसे कह सकते हैं कि राज्य आपको सूचित नहीं कर रहे हैं। हमने एक जांच समिति बनाई थी लेकिन आपने दिल्ली के उपराज्यपाल के जरिये इसकी (जांच) अनुमति नहीं दी।’’ उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार का मानना है कि ऑक्सीजन का संकट था और बिना जांच के यह कहना मुश्किल है कि इससे कोई मौत हुई या नहीं।

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