2 साल पहले करोड़ों रुपए खर्च कर CP में लगा था स्मॉग टॉवर, अब लगा हुआ है ताला, देखें Video
दिल्ली सरकार ने साल 2021 में कनाट प्लेस में स्मॉग टॉवर स्थापित किया था। बताया गया था कि यह टॉवर प्रदूषण के खिलाफ जंग में कारगर साबित होगा, लेकिन अब यह इस साल बंद पड़ा है।
नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण अपने चरम पर है। हालांकि अभी दिवाली आई भी नहीं है और सांस लेना मुश्किल है। चरों तरफ प्रदूषण की चादर लिपटी हुई है। सरकारें प्रदूषण से लड़ने के हजारों दावे कर रही है, लेकिन सच्चाई सबके सामने है। प्रदूषण की वजह से आंखें लाल हैं। सांस के मरीजों का हाल बेहाल है, लेकिन सर्कार के इंतजाम बीमार हैं। सड़कों पर एंटी स्मॉग गन तैनात की गई हैं, लेकिन इतने भीषण प्रदूषण के आगे वह भी दम तोड़ चुकी हैं।
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से लड़ने के लिए कई इंतजाम किए हैं। इन्हीं में से के एक इंतजाम साल 2021 में किया गया था। सरकार ने लगभग 20 करोड़ रुपए खर्च करके दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्मॉग टॉवर लगवाया था। दिल्ली सरकार के अनुसार, यह टॉवर प्रदूषण से लड़ने के लिए एक बड़ा हथियार था। अब साल 2023 है और इस समय प्रदूषण अपने चरम पर है। लेकिन प्रदूषण से लड़ने का यह प्रमुख हथियार बंद पड़ा है। टॉवर के बाहर ही गेट पर ताला लटक रहा है।
बीजेपी ने बोला दिल्ली सरकार पर हमला
वहीं सीपी का स्मॉग टॉवर बंद होने को लेकर बीजेपी ने दिल्ली सरकार पर बड़ा हमला बोला है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि दिल्ली गैस चैम्बर बन चुकी है। पिछले 8-9 साल से दिल्ली में प्रदूषण से लड़ने पर ताला लगा दिया गया है। हर तरफ अव्यवस्था नजर आ रही है। पहले सरकार कहती थी कि दिल्ली के प्रदूषण की सबसे बड़ी वजह पंजाब में पराली जलना है। अब वहां भी आप की ही सरकार है और वहां पराली जलने की घटनाएं बढ़ रही हैं। पूनावाला ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली को प्रदूषण की भट्टी में झोंक दिया है।
गोपाल राय ने बताई वजह
वहीं बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए राज्य के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि "सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, शहर में दो स्मॉग टॉवर स्थापित किए गए थे - कनॉट प्लेस और आनंद विहार में। आनंद विहार में स्मॉग टॉवर की जिम्मेदारी केंद्र सरकार-सीपीसीबी को दी गई थी और दिल्ली सरकार को सीपी में स्मॉग टॉवर की जिम्मेदारी दी गई थी। सीपी में स्मॉग टावर 2021 में चालू था और एकत्र किए गए डेटा की अंतिम रिपोर्ट दो साल बाद सामने आनी थी। दिसंबर में, अश्विनी कुमार डीपीसीसी के अध्यक्ष बने। अपनी नियुक्ति के तुरंत बाद, उन्होंने इसे बंद कर दिया दिल्ली सरकार को सूचित किए बिना वास्तविक समय स्रोत विभाजन अध्ययन। उन्होंने आईआईटी-बॉम्बे और अन्य एजेंसियों को भुगतान भी रोक दिया जो स्मॉग टॉवर पर काम कर रहे थे। तब से स्मॉग टॉवर ने काम करना बंद कर दिया है।"
दिल्ली-एनसीआर में लागू हुआ ग्रेप-3
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की वजह से हाल-बेहाल है। आसमान में धुंध की चादर लिपटी हुई है। इसी बीच वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने बड़ा फैसला लिया है। आयोग ने समूचे दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में GRAP-3 लागू करने का आदेश जारी कर दिया। अब इस आदेश के बाद पूरे क्षेत्र में कई कामों पर रोक लग जाएगी। CAQM ने आदेश जारी करते हुए कहा कि पहले से ही लागू चरण I और II कार्यों के अलावा, एनसीआर में संबंधित सभी एजेंसियों द्वारा तत्काल प्रभाव से सही ढंग से कार्यान्वित किया जाना चाहिए।