Delhi Political News: आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह ने बुधवार को दावा किया कि दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के.सक्सेना ने कारीगरों को भुगतान करने के लिए करोड़ों रुपए का तब गबन किया, जब वह खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KYIC) के अध्यक्ष थे। उन्होंने उपराज्यपाल को ‘‘तत्काल’’ बर्खास्त करने और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा उनके खिलाफ जांच की मांग की। सिंह ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कारीगरों को मजदूरी के भुगतान पर 2016 के पटना हाई कोर्ट के आदेश और कारीगरों को करोड़ों रुपए की अदायगी की सीवीसी जांच के निष्कर्षों का हवाला देते हुए अपने दावों का समर्थन किया। उन्होंने हाल में उपराज्यपाल द्वारा उन्हें भेजे गए मानहानि नोटिस को यह कहते हुए फाड़ दिया कि इस तरह के नोटिस न तो उन्हें डरा सकते हैं और न ही उन्हें ‘‘सच बोलने’’ से रोक सकते हैं।
केंद्र सरकार से वी.के.सक्सेना पर CBI और ED से जांच कराने की अपील
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता ने सक्सेना से अपने निजी सोशल मीडिया हैंडल का इस्तेमाल करते हुए अपने आरोपों का जवाब देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि राज निवास का आधिकारिक हैंडल ‘‘दिल्ली के उपराज्यपाल का है, आप का नहीं।’’ सिंह ने पत्रकारों से कहा, ‘‘दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के.सक्सेना एक बहुत ही भ्रष्ट और बेईमान व्यक्ति हैं। जब वह केवीआईसी के अध्यक्ष थे, तो उन्होंने सिलाई और कढ़ाई का काम करने वाले कम से कम 2.5 लाख कारीगरों के करोड़ों रुपए हड़प लिए और केवीआईसी को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया।’’ उन्होंने मांग की कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार सक्सेना को दिल्ली उपराज्यपाल के पद से तत्काल बर्खास्त करे और उनके खिलाफ केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) से जांच कराने का आदेश दे। ‘आप’ के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यदि (केंद्र) सरकार में थोड़ी भी ईमानदारी है, तो उसे ऐसे भ्रष्ट उपराज्यपाल को तुरंत हटाना चाहिए और CBI और ED द्वारा उनके खिलाफ जांच शुरू की जानी चाहिए। उपराज्यपाल को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाना चाहिए।’’ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए उनसे पूछा कि सक्सेना को दिल्ली के उपराज्यपाल के रूप में क्यों नियुक्त किया गया था जब वह केवीआईसी में शीर्ष पद पर रहते हुए ‘‘भ्रष्टाचार में लिप्त’’ थे।