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Hindi News दिल्ली 26 जनवरी से पहले दिल्ली में बड़ी साजिश नाकाम, राजधानी में घर से मिले 2 हैंड ग्रेनेड

26 जनवरी से पहले दिल्ली में बड़ी साजिश नाकाम, राजधानी में घर से मिले 2 हैंड ग्रेनेड

दिल्ली में जहांगीरपुरी के पास भलस्वा डेयरी इलाके में एक घर से दिल्ली पुलिस ने 2 हैंड ग्रेनेड बरामद किए हैं।

गणतंत्र दिवस से पहले दिल्ली में बड़ी आतंकी साज़िश का पर्दाफाश हुआ है। जहांगीरपुरी के पास भलस्वा डेयरी इलाके में एक घर से दिल्ली पुलिस ने 2 हैंड ग्रेनेड बरामद किए हैं। ये बरामदगी संदिग्ध खालिस्तानी आतंकी के निशानदेही पर बरामद हुई है। पुलिस ने कल जहांगीरपुरी से दो संदिग्ध जगजीत सिंह और नौशाद को गिरफ्तार किया था। नौशाद आतंकी संगठन हरकत उल अंसार से जुड़ा है, जबकि जगजीत सिंह विदेश में बैठे खालिस्तानी आतंकियों के संपर्क में था। 

हैंड ग्रेनेड के साथ खून के निशान भी मिले 
बता दें कि दोनों संदिग्धों की निशानदेही पर स्पेशल सेल ने दिल्ली के भलस्वा डेयरी के एक घर से हैंड ग्रेनेड बरामद किया है। साथ ही जिस घर से हैंड ग्रेनेड बरामद हुआ है, वहां खून के निशान भी मिले हैं। बताया जा रहा है कि दोनों ने किसी हत्याकांड को अंजाम देकर वीडियो अपने आका को भेजा था। FSL की टीम खून के धब्बे की जांच कर रही है।

जग्गा और नौशाद की निशानदेही पर मिले ग्रेनेड
दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने आतंकवादी संगठनों से संबंधों और जघन्य अपराधों में शामिल होने के आरोप में जगजीत सिंह उर्फ जग्गा (29) और नौशाद को गुरुवार को गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता सुमन नलवा ने बताया कि आरोपियों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। नलवा ने कहा, ‘‘जांच के दौरान हुए खुलासों के बाद दोनों आरोपी पुलिस दल को भलस्वा डेरी स्थित श्रद्धानंद कॉलोनी में अपने किराए के मकान में लेकर गए, जहां से दो हथगोले बरामद किए गए।’’ नलवा ने कहा, ‘‘एफएसएल (फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला) दल को मानव रक्त के निशान भी मिले हैं।’’ 

संदिग्धों को विदेश से मिलते थे कमांड
पुलिस ने बताया था कि आरोपियों के पास से तीन पिस्तौल और 22 कारतूस बरामद किए गए थे। इसने कहा था कि जग्गा के कनाडा में रह रहे एक खालिस्तानी आतंकवादी से संबंध होने का संदेह है। पुलिस ने बताया था कि नौशाद आतंकवादी संगठन ‘हरकत उल-अंसार’ से जुड़ा है। जगजीत कुख्यात ‘बंबीहा’ गिरोह का सदस्य है और उसे विदेश में रहने वाले राष्ट्र-विरोधी तत्वों से निर्देश मिलते रहे हैं। पुलिस ने कहा था कि वह उत्तराखंड में हत्या के एक मामले में पैरोल पर रिहा होने के बाद फरार हो गया था।