2020 नार्थ ईस्ट दिल्ली दंगों को लेकर दिल्ली पुलिस ने जारी किया डेटा, जानिए क्राइम का पूरा ग्राफ
दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने शुक्रवार (19 फरवरी) को वार्षिक प्रेसवार्ता के दौरान 2020 नार्थ ईस्ट दिल्ली दंगों को लेकर अबतक की गई कार्यवाही के बारे में जानकारी देते हुए डेटा सामने रखा।
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने शुक्रवार (19 फरवरी) को वार्षिक प्रेसवार्ता के दौरान 2020 नार्थ ईस्ट दिल्ली दंगों को लेकर अबतक की गई कार्यवाही के बारे में जानकारी देते हुए डेटा सामने रखा। दिल्ली पुलिस ने बताया कि 2020 नार्थ ईस्ट दिल्ली दंगों की जांच के लिए 3 एसआईटी बनाई गई और क्राइम ब्रांच की 60 केस क्राइम ब्रांच को सौंपे गए। 1 केस स्पेशल सेल ने दर्ज किया, 1818 गिरफ्तार किए गए। वहीं इन्वेस्टिगेशन के लिए टेक्नोलॉजी की मदद ली गई। दंगाइयों को पहचाने के लिए दिल्ली पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद ली जिससे सफलता भी मिली है।
231 आरोपी सीसीटीवी फुटेज वीडियो के हिसाब से गिरफ्तार हुए
24 और 25 फरवरी को पिछले साल यानि 2020 में दिल्ली नार्थ ईस्ट दंगों के दौरान 53 लोगों की मौत हुई थीं जबकि 581 लोग घायल हुए थे। जो भी शिकायतें आई इस हिसाब से 755 एफआईआर दर्ज की गई थीं । इन्वेस्टिगेशन के लिए टेक्नोलॉजी की मदद ली गई। वीडियो एनेल्टीक, सीसीटीवी फुटेज का FRS एनेलाइज किया गया। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से डेटा रिकवर किया गया। मौजूदगी के लिए जियो लोकेशन ली गई। ड्रॉन मैपिंग कराई गई क्राइम स्पॉट की। डीएनए फिंगर प्रिंट्स लिए गए। ई वाहन डाटाबेस, फेशियल रिकंस्ट्रक्शन, फंड फ्लो एनेलाइज, फॉरेंसिक तीन, फिजिकल, केमिकल, बॉयोलीजिकल, बैलेस्टिक। वीडियो फोटोग्राफ ओपन सोर्स के जरिए। 231 आरोपी सीसीटीवी फुटेज वीडियो के हिसाब से गिरफ्तार हुए। कपड़ों के कलर के हिसाब से दंगाई पकड़े गए।
साइबर क्राइम में बढ़ोतरी
इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अन्य अपराधों का डेटा जारी करते हुए कहा कि कोविड के दौरान स्ट्रीट क्राइम का ग्राफ नीचे गिरा जबकि साइबर क्रिमिनल्स ज्यादा एक्टिव हुए। फर्जी वेबसाइट्स बनाई गई, डॉक्टर से इलाज के लिए, पीपीई किट, सैनिटाइजर के लिए फर्जी साइट्स और ऐप बनाकर लोगों से ठगी की गई। लोगों की जॉब चली गई उन्हें नौकरी साइट्स के जरिए ठगा गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिल्ली पुलिस ने राजधानी में सभी तरह के अपराधों का ब्योरा पेश किया।
जानिए दिल्ली में क्राइम का ग्राफ
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, 2019 से 2020 में 15.87 परसेंट क्राइम घटा, गिरफ्तारी 15.43 प्रतिशत बढ़ी। 2019 में 316261 केस दर्ज हुए 2020 में 266070 केस दर्ज हुए। 2016 से 2020 तक क्राइम दर्ज का पर्सेंटेज बड़ा 2020 में थोड़ा कम था पहले के मुकाबले। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन बढ़ा है। 2019 के मुकाबले 2020 में FIR दर्ज करने वालों की संख्या में कमी आई है। हथियारों की रिकवरी की बात करें तो 2395- इंडीयन मेड, 317-रिवाल्वर, गन/राइफल- 23, 5138- अमूनाशन की रिकवरी हुई। बच्चों की किडनैपिंग और फिरौती 2019 में 15, 2020 में 11 हुई। रेप 2019 में 2168, 2020 में 1699, मोलेस्टेशन 2019 में 2921, 2020 में 2186 दर्ज किए गए।
महिलाओं की किडनेपिंग की बात करें तो 2019 में 3672 और 2020 में 2938 केस दर्ज किए गए। Pocso की बात करें तो 2019 में 109 और 2010 में 62 मामले दर्ज किए गए। मर्डर कन्वेशन 2019 में 54 प्रतिशत, मर्डर सॉल्विंग 2020 में 90 प्रतिशत रहा। डकैती के मामलों की बात करें तो 2019 में 15, 2020 में 9 और रॉबरी के 2019 में 1956, 2020 में 1963 और स्नेचिंग के 2019 में 6266, 2020 में 7965 और Mv थेफ्ट के 2019 में 46205, 2020 में 35019 मामले सामने आए। 2020 में ट्रैफिक एनफोर्समेंट के कारण करीब 124.16 करोड़ रुपए के चालान काटे गए।