नई दिल्ली। अपने आपको को गृह मंत्री का पर्सनल सेक्रेटरी बताकर दूसरे अन्य उच्च कार्यालयों में धौंस जमाने व जालसाजी करने वाले एक शख्स को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है। दरअसल, 3 जुलाई 2020 को गृह मंत्री कार्यालय से एक शिकायत दर्ज कराई गई, जिसमें बताया गया कि एक व्यक्ति ने अपने आप को गृह मंत्री का पर्सनल सेक्रेटरी बताकर रोड ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर के कार्यालय में फोन किया और कहा- एक व्यक्ति जो बतौर परिवहन निरीक्षक, ग्वालियर परिवहन कार्यालय में कार्यरत है और जिसका तबादला दूसरे जिले में कर दिया गया है, उसे रुकवाने का आग्रह किया।
शक होने पर असिस्टेंट पर्सनल सेक्रेटरी सड़क परिवहन मंत्री ने गृहमंत्री जी के पर्सनल सचिव को इस बाबत सूचना दी। इस बाबत पर्सनल सचिव द्वारा दिल्ली पुलिस आयुक्त को एक कंप्लेंट दी गई। उस व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही के लिए जो अपने आप को पर्सनल सेक्रेटरी गृह मंत्रालय के रूप में प्रस्तुत कर रहा है और विभिन्न उच्च कार्यालयों में फोन कर रहा है। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच (Delhi Police Crime Branch) ने मुकदमा दर्ज किया और आगे की तफ्तीश शुरू की।
पुलिस जांच के दौरान पता चला कि जिस व्यक्ति ने सड़क परिवहन मिनिस्टर के सचिव को फोन किया था वह व्यक्ति अभिषेक द्विवेदी है जो मध्य प्रदेश के रीवा जिले का मूल निवासी है। यह व्यक्ति वर्तमान समय में नवी मुंबई में बतौर किराएदार रह रहा है और इस तरह की अपराधिक घटनाओं में लिप्त है। इस व्यक्ति का पुराना अपराधिक रिकॉर्ड भी है और अपने एक साथी के साथ जिसका नाम विनय सिंह बघेल है उसने इस काम को अंजाम दिया था। फोन करते वक्त वह नवी मुंबई में उपस्थित था और वहां से अपने साथी के साथ बेंगलुरु चला गया। बाद में जब दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मुंबई में दबिश दी तो यह व्यक्ति मुंबई से फरार हो गया। काफी प्रयास के बाद इसका पता चला कि यह इंदौर में मौजूद है जहां इंदौर पुलिस की मदद से इसे गिरफ्तार किया गया।
अभिषेक उर्फ शिबू जिस मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहा था वह वह उससे बरामद किया गया और उसमें जो कॉल उसने एपीएस सड़क परिवहन मंत्री को किया था उसका भी उसका भी विवरण मिला है, अभी तक की जांच में यह पता चला है अभिषेक द्विवेदी ने अपने दोस्त विनय सिंह बघेल के कहने पर यह फोन किया था और अपने आप को गृह मंत्री का सचिव पर्सनल सचिव बताया था। इस घटना की जांच Delhi police crime branch अमल में लाएगी।