दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। बीते दिनों उपराज्यपाल ने दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों की पहचान करने और उनपर कार्रवाई करने को कहा था। इसी कड़ी में अब दिल्ली पुलिस द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। साउथ ईस्ट दिल्ली पुलिस के मुताबिक अवैध बांग्लादेशियों के मामले में 1 हजार लोगों को सर्च करके पूछताछ किया जा चुका है। कालिंदी कुंज और हजरत निजामुद्दीन इलाके में ड्राइव हुई, जहां एक अब्दुल आहत नाम का बांग्लादेशी पकड़ा गया है। साउथ ईस्ट दिल्ली पुलिस के मुताबिक अब्दुल बॉर्डर क्रॉस करके अलग-अलग बसों और ट्रेन से होते हुए दिल्ली तक पहुंचा था।
बांग्लादेशियों के खिलाफ कार्रवाई जारी
साउथ ईस्ट दिल्ली पुलिस के मुताबिक, अब्दुल के पास से पुलिस को 25 हजार रुपये की रकम मिली है। वह यहां किसी के घर में नहीं रुका था, बल्कि ट्रैवल कर रहा है। पुलिस ने बताया कि उसकी एंट्री एजेंट के जरिए हुई है। ये 4 लोगों के ग्रुप में भारत में दाखिल हुए थे। फिलहाल पुलिस अब्दुल से पूछताछ कर रही है। इसके अलावा एक और बांग्लादेशी को दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके से पकड़ा गया है। पुलिस को इसके पास से कोई आइडेंटिटी नहीं मिली है। पुलिस ने कहा कि जो भी बिना दस्तावेज और फर्जी दस्तावेज का सहारा लेकर भारत आएगा उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। उन्हें डिपोर्ट करने के लिए डिटेंशन सेंटर भेजेंगे।
गुरुवार को 32 लोगों की हुई थी पहचान
इससे पहले गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ अपने सत्यापन अभियान के दूसरे दिन 32 से अधिक लोगों की पहचान की। पुलिस सूत्रों द्वारा यह जानकारी साझा की गई। उन्होंने बताया कि ये लोग अवैध रूप से पूर्वी दिल्ली के सीमापुरी इलाके में रह रहे हैं। एक अधिकारी ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि विभिन्न पुलिस की टीम झुग्गी-झोपड़ियों वाले इलाकों और दिल्ली के कालिंदी कुंज, शाहीन बाग एवं जामिया नगर में संदिग्ध बांग्लादेशी प्रवासियों के मतदाता पहचान पत्र तथा आधार कार्ड की जांच कर रही है।