Delhi News: दो पत्नियां और बेटी ही निकली जान की दुश्मन, इस तरह हुई DTC बस ड्राइवर की हत्या
Delhi News: पुलिस ने बताया कि डीटीसी बस के ड्राइवर संजीव कुमार (45) की हत्या दोनों पत्नी व एक बेटी ने करवाई थी। संजीव की हत्या के लिए दूसरी पत्नी ने 15 लाख रुपये में शार्प शूटर को सुपारी दी थी।
Highlights
- दोनों पत्नियों और बेटी ने रची थी साजिश
- 15 लाख में हायर किया था शूटर
- संपत्ति को आपस में बांटने का था प्लान
Delhi News: पैसों और संपत्ति का लालच कुछ भी करवा सकता है। इसके लालच में व्यक्ति रिश्ते-नाते सब भूल जाता है। किसी का भी कत्ल कर देता है। लेकिन वह यह भूल जाता है कि जिसकी वह हत्या कर रहा है वह उसका कोई अपना ही है। उसका कोई रिश्तेदार ही है। ऐसी ही एक घटना दिल्ली में घटी, जहां प्रोपर्टी के लिए पत्नियों और बेटी ने अपनी ही पति की हत्या कर दी।
मामला दिल्ली के दक्षिण-पूर्व जिले के गोविंदपुरी का है। जहां पुलिस ने मृतक की दो पत्नियों समेत उसकी बेटी को हत्या की साजिश रचन के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि डीटीसी बस के ड्राइवर संजीव कुमार (45) की हत्या दोनों पत्नी व एक बेटी ने करवाई थी। संजीव की हत्या के लिए दूसरी पत्नी ने 15 लाख रुपये में शार्प शूटर को सुपारी दी थी। आरोपी पति पत्नियों के साथ मारपीट करता था। इस कारण दोनों पत्नियों ने पति की हत्या की साजिश रच ली थी। दोनों पत्नियों ने संजीव कुमार की हत्या की साजिश करीब तीन वर्ष पहले रच ली थी। दोनों पत्नी पति की हत्या के बाद प्रॉपर्टी को आपस में बांटना में चाहते थे। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दक्षिणपुरी में रहने वाली पहली पत्नी गीता (42), कोमल (21) समेत गोविंदपुरी की गीता देवी उर्फ नजमा (28) के तौर पर हुई है. कोमल, संजीव की पहली पत्नी गीता की बेटी है।
पत्नी ने ही अस्पताल में भर्ती कराया
साउथ ईस्ट की डीसीपी ईशा पांडे ने बताया कि, "6-7 जुलाई की रात को मजीदिया अस्पताल से पुलिस को सूचना मिली थी कि गोविंदपुरी के संजीव को अस्पताल लाया गया है। सूचना थी कि संजीव के साथ कोई दुर्घटना हुई है। सूचना मिलने पर पुलिस अस्पताल पहुंची, जहां पता लगा कि उसे उसकी पहली पत्नी गीता उर्फ़ नजमा ने ही अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस को दिए बयान में नजमा ने बताया कि वह अपने पति और बेटी के साथ सब्जी मंडी से बाइक से घर जा रही थी, तभी उसका पति बाइक से गिर गया। उसे नहीं पता था कि पति को गोली लगी है।"
जांच में पुलिस को हुआ शक
जिसके बाद पुलिस ने मामले को हत्या और आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। जांच में पता लगा कि शिकायतकर्ता गीता उर्फ़ नजमा पुलिस को गुमराह कर रही है। उसने पुलिस को बताया कि उसके पति संजीव को कालकाजी डिपो के डीटीसी कर्मियों ने गोली मारने की धमकी दी थी। कालकाजी डिपो के डीटीसी कर्मचारियों से पूछताछ के बाद गीता की बातों में पुलिस को सच्चाई नजर नहीं आई। जिसके बाद पुलिस ने दोबारा गीता से पूछताछ की और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
ऐसे रची गई साजिश
पुलिस ने गीता से पूछताछ की तो उसने बताया कि 5 जुलाई को उसने संजीव की बाइक की फोटो खींचकर नईम नामक व्यक्ति को दी थी, और उसी दिन उस फोटो को डिलीट कर दिया था। उसने पुलिस को बताया कि संजीव ने दो शादियां की हुई थीं। संजीव उसके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करता था, जिससे परेशान होकर वह अपनी दो बेटियों के संग दक्षिणपुरी इलाके में एक मकान में किराये पर रहने लगी। उसने अपनी बेटी कोमल के द्वारा उसकी दूसरी पत्नी को फोन भेजा था। जिस पर उससे छुपकर बात करती थी।
15 लाख ने तय हुआ सौदा
पुलिस ने खुलासा किया है कि दोनों पत्नियों और बेटी कोमल ने मिलकर तीन साल पहले हत्या की साजिश रची थी और हत्या के बाद संपत्ति को आपस में बांटने का प्लान बनाया था। जिसके लिए नज्म ने अपनी बुआ के बेटे इकबाल से संपर्क करके एक शूटर का इंतजाम करने को कहा। इकबाल ने नजमा को नईम से संपर्क कराया और कांड को अंजाम देने के लिए 15 लाख में सौदा तय हुआ।