Delhi News: बाहरी दिल्ली के मुंडका इलाके में शुक्रवार को एक सीवर की सफाई के दौरान एक सफाईकर्मी ने जान गंवा दी। सफाईकर्मी की मौत के बाद उसके रिश्तेदार ने सवाल उठाया कि किसने उन्हें मैनहोल में नीचे जाने की अनुमति दी? उन्होंने पीड़ित परिवार के लिए न्याय की मांग की। गौरतलब है कि दिल्ली के मुंडका इलाके के बक्करवाला में शुक्रवार को एक सीवर की सफाई के लिए गए सफाईकर्मी और एक सुरक्षाकर्मी की उस सीवर से निकली जहरीली गैस के कारण मौत हो गई।
शव निकालने के लिए फायर फाइटर्स की लेनी पड़ी मदद
मृतकों की पहचान 32 साल के रोहित चांडिल्य और 30 साल के अशोक के रूप में हुई। शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए सतीश कुमार ने कहा कि चांडिल्य उनकी छोटी बहन का पति था। कुमार ने कहा कि वह उस जगह पर गए जहां शुक्रवार को दो लोगों की मौत हुई थी और पाया कि उनमें से एक उनका बहनोई था। उन्होंने कहा कि दोनों शवों को अग्निशमन कर्मियों की मदद से बाहर निकालना पड़ा क्योंकि कालोनी के निवासियों द्वारा उन्हें निकालने का प्रयास विफल हो गया था।
मृतक के पीछे पत्नी और दो साल का बेटा
सतीश कुमार ने कहा, ‘‘चांडिल्य, चंदन कुमार मिश्रा के तहत सफाईकर्मी के रूप में काम करता था। हम पूछना चाहते हैं कि वह सीवर के अंदर क्यों गया और किसने उससे ऐसा करने या सीवर में जाने की अनुमति दी। हमें नहीं पता कि वह कितनी देर तक मैनहोल के अंदर था।’’ कुमार ने कहा कि चांडिल्य परिवार में अकेला कमाने वाला था और वह अपने पीछे पत्नी और दो साल का एक बेटा छोड़ गया है। उन्होंने कहा, ‘‘वह किराए के मकान में रहता था। अब उसके परिवार वालों का क्या होगा? उसके परिवार को न्याय मिलना चाहिए।’’
नोएडा से भी सामने आया था ऐसा ही मामला
वहीं पिछले साल अक्टूबर में भी एक मजदूर की सीवर की सफाई के दौरान मौत हो गई थी। नोएडा के सेक्टर-60 स्थित एक कंपनी में सीवर की सफाई करते समय जहरीली गैस की चपेट में आने से एक मजदूर की मौत हो गई थी। नोएडा थाना सेक्टर-58 के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार ने बताया था कि प्रांजुल रंजन राउत (45) एक कंपनी में सीवर की सफाई करने गए थे। राउत सफाई करने के लिए सीवर के टैंक में उतरे। इस दौरान जहरीली गैस की चपेट में आने से वह बेहोश हो गए। उन्हें गंभीर हालत में उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई।