Delhi News: स्वतंत्रता दिवस से पहले दिल्ली पुलिस ने आनंद विहार अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (Anand Vihar ISBT) के नजदीक 2200 से ज्यादा कारतूस बरामद किए। पुलिस ने इस सिलसिले में 6 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के जौनपुर निवासी अजमल (20), राशिद उर्फ लल्लन (20) और सद्दाम, उत्तराखंड के देहरादून निवासी परीक्षित नेगी, दिल्ली निवासी कामरान और उत्तराखंड के रुड़की निवासी नासिर के तौर पर की गई है।
आनंद विहार ISBT से कारतूस समेत गिरफ्तार
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (पूर्वी क्षेत्र) विक्रमजीत सिंह के अनुसार, प्रथम दृष्टया आरोपियों के आपराधिक नेटवर्क से जुड़े होने की आशंका है, लेकिन आतंकवाद के पहलू से भी जांच की जा रही है। ACP ने कहा, "कुल 2,251 कारतूस बरामद किए गए हैं। हमें 6 अगस्त को एक ऑटो चालक से सूचना मिली कि उसने दो लोगों को आनंद विहार ISBT के पास भारी थैलों के साथ देखा है। सिंह ने बताया कि पुलिस ने उन्हें पकड़ा और उनके बैग की तलाशी ली, जिनमें कारतूस मिले। पुलिस उपायुक्त (पूर्वी दिल्ली) प्रियंका कश्यप ने बताया कि दो लोगों की पहचान अजमल और राशिद के तौर पर की गई है और उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्हें देहरादून में एक व्यक्ति से ये कारतूस मिले थे और इन्हें लखनऊ पहुंचाना था।
चार बार पहले भी कर चुके हैं डिलिवरी
DCP कश्यप ने बताया कि खान और राशिद पहले भी कम से कम चार बार हथियारों की ऐसी ही खेप पहुंचा चुके थे। पुलिस उपयुक्त ने बताया कि इस सूचना के आधार पर गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिये पुलिस टीम उत्तर प्रदेश के लखनऊ और जौनपुर भेजी गई, जो इन कारतूसों की खेप हासिल करने वाले थे। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने कई स्थानों पर छापेमारी की और सद्दाम को जौनपुर से पकड़ा। उन्होंने बताया कि अन्य टीम को देहरादून इन कारतूस के स्रोत का पता लगाने के लिए भेजा गया। कश्यप ने बताया कि पुलिस ने उस जगह पर लगे सीसीटीवी कैमरों की तस्वीर खंगाली, जहां इन कारतूसों का लेन-देन हुआ था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने बाद में देहरादून में बंदूक की दुकान चलाने वाले नेगी की पहचान की, जिसे छापेमारी के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया।