Delhi News: दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के दौरान हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा दाखिल चार्ज शीट पर रोहिणी कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए सभी 37 आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट जारी कर दिया है। रोहिणी कोर्ट अब 4 अगस्त को इस मामले की सुनवाई करेगी। दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में 37 लोगो को आरोपी बनाया है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में 14 जुलाई 2022 को चार्जशीट दाखिल करते हुए दावा किया था कि जहांगीरपुरी की घटना संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के विरोध में शाहीनबाग में 2019 और 2020 में हुए प्रदर्शन और फिर फरवरी 2020 में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगों की ही अगली कड़ी है।
10 अप्रैल को हुई थी हिंसा
दिल्ली पुलिस के मुताबिक 10 अप्रैल 2022 को हुई घटनाओं के बाद ये देश के अन्य हिस्सों में भी हुईं। बता दें कि 2,063 पन्नों के चार्जशीट में गिरफ्तार किए गए 37 आरोपियों के नाम हैं। उनके अलावा चार्जशीट में अन्य आठ आरोपियों के भी नाम हैं जो फिलहाल फरार हैं। चार्जीशीट में आपराधिक साजिश, दंगा, हत्या का प्रयास और एक लोक सेवक पर हमला, उसे कर्तव्यों का निर्वहन करने से रोकने सहित भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और सशस्त्र अधिनियम के प्रावधानों के तहत दंडनीय विभिन्न अपराध शामिल हैं।
पथराव और आगजनी में 9 लोग घायल हुए थे
गौरतलब है कि अप्रैल 2022 में दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच हुई झड़पों में आठ पुलिस कर्मी और एक स्थानीय व्यक्ति घायल हो गया था। पुलिस के अनुसार, झड़पों के दौरान पथराव और आगजनी की गई थी।
कुल 132 गवाहों से जिरह
चार्जशीट में कहा गया है कि कुल नौ हथियार ,पांच कारतूस, दो खोखे, नौ तलवारें, घटना के वक्त 11 आरोपियों द्वारा पहने गए तथा वीडियो में नजर आए कपड़े बरामद किए गए हैं। जांच एजेंसी ने बताया कि उसने आरोपियों के पास से 21 मोबाइल फोन भी जब्त किए। इसने कहा कि कुल 132 गवाहों से जिरह की गई जिनमें से 85 पुलिस से और 47 आम आदमी/चिकित्सक और अन्य थे। पुलिस ने कहा कि दो किशारों के खिलाफ प्राथमिकी प्रधान किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष दर्ज कराई गई है।
इनपुट-भाषा