Delhi News : दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया बीजेपी पर जमकर बरसे। उन्होनें का कि दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को देखकर दिल्ली की जनता खुश है और इनके पेट मे दर्द हो रहा है। ये देश का पहला ऐसा मुद्दा उठा रहे हैं जिससे जनता खुश है। जनता को कोई ज्यादा पैसा नहीं देना पड़ रहा, सरकार को ज्यादा पैसे मिल रहे हैं। ये पहला ऐसा भ्रष्टाचार का मामला है जिसमे जनता के ऊपर को बोझ नहीं पड़ा और सरकार को फायदा हो रहा है और ये कह रहे कि भ्रष्टाचार हो गया। CBI को कुछ नहीं मिला तो अब कह रहे हैं कि ED की रेड होने वाली है।
मुझे सीएम बनाने का ऑफर मिला
उन्होंने कहा-कुछ दिन पहले मुझे एक आदमी ने कहा कि तुम्हे फंसा देंगे। तुम हमारे साथ आ जाओ, मैंने कहा कि मैंने कोई भ्रष्टाचार ही नहीं किया तो मैं अरविंद केजरीवाल का साथ क्यों छोड़ दूं। फिर कहा कि CM बना दूंगा देख लो तुम्हारे साथ कितने विधायक हैं। मैंने कहा कि पहले तो मैं ही नहीं टूट रहा हूं तो बाकी विधायक को कैसे तोडूंगा। मुझे CM नहीं बनना है।
सीबीआई की FIR पूरी तरह से फर्जी
उन्होंने कहा कि सीबीआई की FIR पूरी तरह से फर्जी है। धूल में लट्ठ मारना है तो लिख दो सोर्स। सोर्स के ऊपर FIR है। ऐसा पहली बार हुआ है। उन्होंने कहा कि CBI ने घर का कोना-कोना छाना, बेडरूम से लेकर बच्चों, परिवार और मेरे कपड़े तक सब देखा कहीं कुछ नहीं मिला।14 घण्टे तक रेड हुई, लेकिन एक पैसे की बेईमानी का सबूत नहीं मिला। मेरे सचिवालय दफ्तर में भी रेड हुई, कुछ सरकारी फाइलें, कम्प्यूटर, मोबाइल ले गए।
हजारों रेड कर लो, कुछ नहीं मिलेगा-सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा- हजारों रेड कर लो, कुछ नहीं मिलेगा। दिल्ली के एजुकेशन को आगे बढाने का काम बिल्कुल किया है, वो अगर बेईमानी है, तो जो सजा हो, दे दो। अभी तक 75 साल में यह होता रहा है कि कोई अच्छा काम करे, तो सीबीआई लेकर आ जाओ। 7 साल के अनुभव के आधार पर कह रहा हूं, एक सीरियल किलर की तरह चुनी हुई सरकारों को हटाने में जितनी मेहनत लगाते हो, उतने से कम में अच्छे स्कूल और अस्पताल बन जाते हैं।
मोदी जी अच्छा काम करने वाले पर CBI और ED छोड़ देते हैं
सिसोदिया ने कहा-'अगर किसी दूसरे राज्य के शिक्षामंत्री भी अच्छा काम करते तो केजरीवाल जी उसकी तारीफ करते। मोदी जी अच्छा काम करने वाले के ऊपर CBI और ED छोड़ देते है। ये मोदी जी की घटिया सोच दर्शाता है। इसी घटिया सोच का नतीजा है कि आज देश के सभी बच्चों को औसत शिक्षा सिर्फ 6 साल मिलती है। हम सिर्फ पाकिस्तान के ऊपर हैं, जहां 5 साल है। दुनिया के विकसित देश 13 साल का औसत शिक्षा देता है।ये सिर्फ हमारे देश के ऐसे नेताओं की घटिया सोच का नतीजा है।'