Delhi News: दिल्ली पुलिस ने अवैध हथियारों के धंधे में लिप्त एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है और एक शस्त्र निर्माता समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपियों की पहचान मध्य प्रदेश के भिंड निवासी राजीव ओझा और लक्ष्मी नारायण, उत्तर प्रदेश के इटावा निवासी जनक सिंह और दिल्ली के जाफराबाद निवासी राशिद के रूप में हुई है। विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र यादव ने कहा कि पुलिस ने जहांगीरपुरी में जाल बिछाकर पहले सिंह को दबोचा और उसके पास से चार अर्ध-स्वचालित पिस्तौल और 16 कारतूस जब्त किए गए। पुलिस ने बताया कि सिंह एक ट्रक चालक है। उसने 2019 में मध्य प्रदेश से दिल्ली और उत्तराखंड के हल्द्वानी में अवैध आग्नेयास्त्रों की आपूर्ति शुरू की थी।
दो पिस्तौल बरामद
उन्होंने बताया कि आरोपी को पहले 2021 में हल्द्वानी में हथियारों की अवैध आपूर्ति के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में हथियारों की तस्करी का अपना नेटवर्क फैलाया और पिछले तीन वर्षों में इस क्षेत्र में लगभग 70 अवैध पिस्तौल की आपूर्ति की है। यादव ने कहा कि आरोपी जनक सिंह, लक्ष्मी नारायण से हथियार हासिल करता था। पुलिस ने नारायण की गिरफ्तारी के बाद उसके पास से दो पिस्तौल बरामद की। पुलिस के अनुसार, नारायण ने खुलासा किया कि उसने ओझा से अवैध हथियार खरीदे थे। पुलिस ने बताया कि ओझा मध्य प्रदेश के भिंड में आग्नेयास्त्रों की अवैध निर्माण इकाई चला रहा था।
हथियारों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले औजार जब्त
पुलिस ने हथियारों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले औजारों को जब्त कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, सिंह ने यह भी खुलासा किया कि वह राशिद को अवैध आग्नेयास्त्रों की आपूर्ति करता था जो आगे इन हथियारों को दिल्ली-एनसीआर में अपराधियों को बेचता था। पुलिस ने राशिद को जाफराबाद इलाके से गिरफ्तार किया।