दिल्ली मेट्रो सेवा 169 दिन बाद आज से होगी बहाल, देखें पूरी जानकारी
कोविड-19 महामारी के कारण पांच महीने से अधिक समय तक बंद रही दिल्ली मेट्रो एक बार फिर सोमवार से तीन चरणों में अपनी सेवाएं बहाल करने को तैयार है। हालांकि, इसने लोगों से अपील की है कि वह तत्काल आवश्यकता होने की सूरत में ही सेवा का उपयोग करें।
नयी दिल्ली: कोविड-19 महामारी के कारण पांच महीने से अधिक समय तक बंद रही दिल्ली मेट्रो एक बार फिर सोमवार से तीन चरणों में अपनी सेवाएं बहाल करने को तैयार है। हालांकि, इसने लोगों से अपील की है कि वह तत्काल आवश्यकता होने की सूरत में ही सेवा का उपयोग करें। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के अधिकारियों ने रविवार को कहा कि निषिद्ध क्षेत्रों में स्थित स्टेशन बंद रहेंगे।
अधिकारियों ने पहले भी आगाह किया था कि यदि यात्री सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं करते हैं तो ''कुछ स्टेशनों पर ट्रेनों को नहीं रोका जा सकता है।'' अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली मेट्रो की सेवा सात से 12 सितंबर के बीच तीन चरणों में चरणबद्ध तरीके से बहाल होगी। दिल्ली के समयपुर बादली को गुरूग्राम के हुडा सिटी सेंटर से जोड़ने वाली येलो लाइन और रेपिड मेट्रो सबसे पहले सात सितंबर को चालू होगी।
उन्होंने बताया कि पहले चरण में ट्रेनें सुबह सात बजे से पूर्वाह्न 11 बजे तक और शाम में चार बजे से रात आठ बजे तक चलेंगी। डीएमआरसी ने रविवार को जारी बयान में कहा कि महामारी के कारण दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो सेवाएं 22 मार्च से बंद हैं। अब 169 दिनों के अंतराल के बाद सेवाएं बहाल होंगी। बयान में कहा गया, '' इस सोमवार और मंगलवार को केवल येलो लाइन पर संचालन बहाल किया जाएगा। सुबह चार घंटे (7-11 बजे) और शाम को चार घंटे (4-8 बजे) की अवधि में ये सेवा उपलब्ध रहेगी। 49 किलोमीटर लंबे इस रूअ पर 37 स्टेशन हैं।''
डीएमआरसी ने कहा, '' 57 ट्रेनें उपलब्ध रहेंगी जोकि लगभग 462 फेरे लगाएंगी। आगे 9-12 सिंतबर के बीच अन्य लाइनों पर चरणबद्ध तरीके से इसका विस्तार किया जाएगा।'' अधिकारियों ने कहा कि अगले पांच दिनों की अवधि में बाकी लाइनों पर भी संचालन बहाल किया जाएगा। इस दौरान मेट्रो परिसर में वायरस के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर सभी सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करने के साथ ही सभी को मास्क पहनना होगा और लगातार हाथों को सेनेटाइज करना होगा।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''हालांकि, हम यात्रियों से अपील करते हैं कि वे मेट्रो सेवा का उपयोग तत्काल आवश्यक होने पर ही करें और अगर वे स्वस्थ महसूस नहीं कर रहें तो इससे यात्रा करने से बचें। कोविड-19 जैसे लक्षण वाले यात्रियों को मेट्रो में सफर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और उन्हें करीब के स्वास्थ्य केंद्र भेजा जाएगा।'' इस बीच, दिल्ली मेट्रो ने यात्रियों के बीच भौतिक संपर्क कम से कम सुनिश्चित करने के वास्ते कई कदम उठाये हैं।
मेट्रो ने इसके लिए स्वचालित थर्मल स्क्रीनिंग-सह-सैनिटाइजर डिस्पेंसर और ‘फुट पेडल संचालित लिफ्टों’ को लगाया है। बृहस्पतिवार को राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर मीडियाकर्मियों के लिए स्टेशन परिसर के प्रवेश द्वार से लेकर कोच में सवार होने तक का एक पूर्वावलोकन किया गया। शहर पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि परिसर और ट्रेन के भीतर मास्क पहनना अनिवार्य है और ‘‘यदि कोई इस नियम का उल्लंघन करेगा तो उसका चालान किया जायेगा।’’
अधिकारियों ने बताया कि 45 स्टेशनों के प्रवेश द्वार पर, स्वचालित थर्मल स्क्रीनिंग सह सैनिटाइज़र डिस्पेंसर लगाये गए हैं। यह सुविधा 17 मेट्रो स्टेशनों पर उपलब्ध होगी, जिसमें येलो लाइन के राजीव चौक, पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय और विश्वविद्यालय स्टेशन शामिल हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 सुरक्षा मानकों के अनुसार किसी भी स्टेशन पर लिफ्ट में एक बार में अधिकतम तीन यात्रियों को जाने की अनुमति होगी।
ट्रेनों के ठहराव की अवधि अब अधिक होगी। इसे प्रत्येक स्टेशन पर 10-15 सेकंड से बढ़ाकर 20-25 सेकंड किया जायेगा और ‘इंटरचेंज’ सुविधा की अवधि को 35-40 सेकंड से बढ़ाकर 55-60 सेकंड किया जायेगा। मेट्रो के अंदर बैठने के लिए भी सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करने के तहत एक सीट छोडकर यात्रियों को बैठना होगा और डिब्बे में खडे होकर यात्रा करने के दौरान भी दूरी बरकरार रखनी होगी। इसके लिए सीटों पर स्टिकर भी लगाए गए हैं।