दिल्ली मेट्रो कल से होगी शुरू, ऐसी होगी व्यवस्था, देखें पूरी जानकारी
केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने हवाई अड्डों की ही भांति दिल्ली मेट्रो के लिए भी ‘‘स्पर्श मुक्त’’ सुरक्षा जांच की योजना बनाई है और वह यात्रियों की जांच के लिए हाथ में पकड़ने वाले तथा दरवाजे वाले उन्नत मेटल डिटेक्टर लगाएगी।
नयी दिल्ली: केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने हवाई अड्डों की ही भांति दिल्ली मेट्रो के लिए भी ‘‘स्पर्श मुक्त’’ सुरक्षा जांच की योजना बनाई है और वह यात्रियों की जांच के लिए हाथ में पकड़ने वाले तथा दरवाजे वाले उन्नत मेटल डिटेक्टर लगाएगी। इसमें यात्रियों को बेल्ट और पेन जैसी धातु की वस्तुओं को बैग में रखना होगा। सीआईएसएफ की दिल्ली मेट्रो के लिए ‘कार्य निरंतरता योजना’ में सुरक्षा व्यवस्था बदलावों को रेखांकित किया गया है।
दिल्ली मेट्रो सेवा सोमवार से चरणबद्ध तरीके से शुरू होने जा रही है। कोरोना वायरस संक्रमण फैलने से पहले सीआईएसएफ के जवान पास से यात्रियों की जांच करते थे और और यात्रियों को भी पर्स पास में रखने और बेल्ट लगाए रहने की आजादी थी। अर्द्धसैनिक बल के अधिकारियों ने कहा कि अब चीजें बदल जाएंगी क्योंकि कोरोना वायास संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सामाजिक दूरी और अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य मानदंडों का सख्ती से पालन करने की आवश्यकता है।
सीआईएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘सरकार के कोरोना वायरस प्रसार निरोध दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए सीआईएसएफ सोमवार से दिल्ली मेट्रो में हवाई अड्डे जैसी स्पर्श मुक्त अथवा संपर्क मुक्त सुरक्षा सेवा प्रदान करेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हाथ से पकड़े जाने वाले मेटल डिटेक्टरों की लंबाई बढ़ाने के अलावा हमने दरवाजे नुमा मेटल डिटेक्टर को और उन्नत किया है।’’ सीआईएसएफ देश के असैन्य हवाई अड्डों की भी सुरक्षा का जिम्मा संभालता है। नयी प्रक्रिया के अनुसार यात्रियों से बेल्ट और पेन जैसी धातु की वस्तुओं को बैग में रखने को कहा जाएगा और अगर किसी के पास बैग नहीं है तो उन्हें उस सामान को हाथ में रखना होगा।
मेट्रो शुरू होने से पहले परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने किया स्टेशन का दौरा किया
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने राजीव चौक मेट्रो स्टेशन का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान उनके साथ दिल्ली मेट्रो रेल कॉपोर्रेशन (डीएमआरसी) और दिल्ली परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। इस दौरान गहलोत ने कहा "मुझे खुशी है की दिल्ली में सोमवार से मेट्रो सेवाएं फिर से शुरू हो जाएंगी। मैं डीएमआरसी की तैयारियों से संतुष्ट हूं। मुझे यह देख कर खुशी हुई कि राजीव चौक मेट्रो स्टेशन, जो सबसे व्यस्तम स्टेशनों में से एक है, पर डीएमआरसी ने सभी सावधानियां बरतीं हैं और एसओपी का पूरी तरह पालन किया हैं। हम लोग स्टेशन के अंदर और बाहर सिविल डिफेन्स वालंटियर्स को तैनात कर रहे हैं, जो भीड़ को नियंत्रित करेंगे और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित कराएंगे।
गहलोत ने कहा,मैं दिल्ली वालों से अपील करता हूं की वे मेट्रो स्टेशनो पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। मुझे विश्वास है कि यदि हमने सभी प्रोटोकॉल का जिम्मेदारी से पालन किया, तो हम 'दिल्ली मॉडल ऑफ फाइटिंग कोविड' में एक और बेंचमार्क सेट कर पाएंगे।
दिल्ली में मेट्रो परिचालन चरणबद्ध तरीके से 7 सितंबर से शुरू होगा। फिलहाल कुछ स्टेशनों पर सेवाएं बंद रहेंगी, परन्तु 12 सितम्बर से सारे स्टेशनों पर सेवाएं बहाल हो जाएंगी। कोविड महामारी को देखते हुए, दिल्ली मेट्रो में यात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली परिवहन विभाग आवश्यक उपाय कर रहा है।
दिल्ली परिवहन विभाग ने भीड़ को प्रबंधित करने और सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित कराने के लिए मेट्रो स्टेशनों पर सिविल वालंटियर्स को तैनात किया है। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग को सुनिश्चित करने के लिए स्टेशनों और ट्रेनों के अंदर माकिर्ंग भी की गई है। स्टेशन परिसर में निशान और ट्रेन कोचेज में सीटपर स्टीकर लगाएं गए हैं, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद केवल स्वस्थ्य व्यक्तियों को ही यात्रा करने की अनुमति होगी। यात्रियों द्वारा उपयोग के लिए प्रत्येक प्रवेश बिंदु पर एक स्वचालित सैनिटाइजर डिस्पेंसर मशीन भी उपलब्ध कराई गई है।
फिलहाल, वायरस फैलने के खतरे को देखते हुए यात्रियों को कोई टोकन जारी नहीं किया जाएगा। स्मार्ट कार्ड का उपयोग और रिचार्ज के लिए ऑनलाइन कैशलेस लेनदेन ही मान्य होगा। आरोग्य सेतु ऐप के उपयोग को प्रोत्साहित किया जाएगा।
डीएमआरसी ने एलेवेटर बटन के साथ हाथ का संपर्क न हो इसके लिए हर मेट्रो स्टेशन पर एक पैर संचालित लिफ्ट की शुरूआत की है। ट्रेन के कोच में दीवारों पर सुरक्षित यात्रा के लिए निर्देश चिपकाए गए हैं। हर स्टेशन पर सुरक्षा नियमो की घोषणा लगातार की जाएगी। वर्तमान में, प्रवेश और निकास के लिए केवल एक गेट की अनुमति दी गई है। यात्रियों का मार्गदर्शन करने के लिए सभी महत्वपूर्ण जगहों पर साइन बोर्ड भी लगाए गए हैं।