Delhi Metro News: देश की राजधानी दिल्ली में चोरों के हौसले बुलंद हैं। इस बात का अंदाजा केवल इस बात से लगाया जा सकता है कि बीते 18 महीने में दिल्ली पुलिस ने मेट्रो केबल की चोरी के 80 मामले दर्ज किए हैं। इस वजह से मेट्रो (Delhi Metro) सेवाएं बाधित हुई हैं और आवाजाही धीमी हुई है। पुलिस के मुताबिक, साल 2021 में मेट्रो केबल की चोरी के 50 केस दर्ज किए गए। इसमें से 30 केसों को निपटा लिया गया और 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
इस साल 30 जून तक 30 केस रजिस्टर हुई और इसमें 30 लोगों को पकड़ा गया। अधिकारियों ने बताया कि हमें इंक्वारी में पता लगा है कि चोर पेड़ों से कूदकर मेट्रो परिसर में आते थे या फिर दीवार तोड़कर घटना को अंजाम देते थे। पुलिस ने बताया कि ये चोर 7 से 8 लोगों के ग्रुप में होते थे और उन जगहों को निशाना बनाते थे, जहां थोड़ा सुनसान रहता था।
अधिकारियों ने ये भी बताया कि चोर सिंगल बॉडी के होते थे, जो कम जगह से भी मेट्रो (Delhi Metro) परिसर में घुस आते थे। इसके अलावा ये चोर आयरन ब्लेड के इस्तेमाल से केबल को काटते थे और तारों को लकड़ी से बांधते थे, जिससे उन्हें करंट ना लगे।
जंगल में छिपा देते थे केबल
कई बार ये चोर केबलों को जंगल में छिपा देते थे। बाद में जब उन्हें मौका मिलता था, तब उसे उठा ले जाते थे। ये चोर ज्यादातर उस वक्त एक्टिव होते थे, जब मेट्रो सेवाएं बंद हो जाती थीं। ये वक्त रात का ही होता था। पुलिस का कहना है कि जो केबल चोर ले जाते थे, उसकी ग्रे मार्केट में कीमत काफी ज्यादा होती थी। ऐसा इसलिए था क्योंकि इस केबल को बनाने में जिस तार का इस्तेमाल किया जाता है, वह काफी महंगा होता है। अप्रैल में इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से जो केबल मिली थी, उसकी कीमत 20 लाख रुपए के करीब थी।
अधिकारियों के मुताबिक, केबल चोरी की इन घटनाओं से कई बार मेट्रो सेवाएं कुछ घंटों के लिए या कई बार पूरे दिन के लिए बाधित रही हैं। इसी महीने की शुरुआत में दिल्ली की ब्लू लाइन में भी सेवाएं बाधित हुई थीं।