Delhi Metro: भारतीय सेना ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) के सहयोग से सेना में सेवारत और रिटायर्ड कर्मचारियों और उनके परिजनों के लिए अत्याधुनिक रेस्ट हाउस बनाया है। यह आराम गृह उन सैनिकों व सैनिकों के परिजनों के लिए होगी जो यहां बेस अस्पताल में इलाज के लिए आते हैं या एक से दूसरे शहर जाने के दौरान यहां रह सकेंगे।
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इस रेस्ट हाउस में 46 डबल बेड वाले कमरे, 4 डोरमेट्री हैं, जिनमें प्रत्येक में 13 बेड और एक मेस है। यह सुविधा सेवारत और सेवानिवृत्त सेनाकर्मियों और उनके परिजनों, विशेष रूप से इलाज के सिलसिले में बेस अस्पताल जाने वालों के लिए उपलब्ध होगा। इस सुविधा का उद्घाटन गुरुवार, 25 अगस्त को पश्चिमी कमान के जीओसी इन कमांड द्वारा किया गया था। ऐसा ही एक और रेस्ट हाउस खानपुर में बनाया जा रहा है।
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10 करोड़ रुपए की लागत से बना है यह रेस्ट हाउस
इसका निर्माण वर्ष 2014 में लाल किला के पास DMRC को सौंपी गई भूमि के लिए EVI के रूप में किया गया है। इस परियोजना को 2018 में अंतिम रूप दिया गया था और निर्माण फरवरी 2020 में शुरू हुआ था। यह परियोजना अंततः 15 अगस्त 2022 को पूरी हुई। बता दें कि इस परियोजना के लिए DMRC को शुरू में 8 करोड़ रुपए आवंटित हुए थे। हालांकि, कुछ परिवर्तनों के बाद इस परियोजना को अंततः 10 करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया गया। एक कल्याणकारी परियोजना होने के नाते, DMRC ने 2 करोड़ रुपए का अतिरिक्त योगदान दिया है। कम रख-रखाव सुनिश्चित करने के लिए बिटुमेन रोड की जगह पक्की सड़क बिछा दी गई है। प्रत्येक कमरे, छात्रावास और रसोई में अलग-अलग ऊर्जा मीटर के साथ गीजर लगाए गए हैं।
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ऐसे कर सकते है रेस्ट हाउस की बुकिंग
रेस्ट हाउस की बुकिंग पहले आओ पहले पाओ के आधार पर होगी और दिल्ली/एनसीआर में इलाज के लिए आने वाले व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाएगी। बुकिंग के लिए सिविल टेलीफोन लाइन भी दी गई है, जिसे हेल्प डेस्क से चौबीसों घंटे चलाया जाएगा। अतिथि कक्षों की ऑनलाइन बुकिंग "अरमान" ऐप के माध्यम से भी की जा सकती है जिसका उपयोग सैनिक व्यापक रूप से करते हैं। यह सुविधा परिवहन के सभी साधनों से अच्छी तरह से जुड़ी हुई है जहाँ बस स्टैंड गेट के ठीक बाहर है और दिल्ली कैंट मेट्रो स्टेशन पैदल दूरी पर है। यह सुविधा हर समय समर्पित सुरक्षा के साथ मांडे रोड पर है।