राजनीति में कुछ भी निश्चित नहीं है। यहां कब क्या हो जाये, कोई कुछ नहीं कह सकता। कौन सा नेता कब किस पार्टी का वफादार और और किससे बेवफाई कर बैठे। कुछ ऐसा ही हुआ कल शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में। यहां शाम को कांग्रेस के पार्षद अली मेहंदी समेत 3 कांग्रेस पार्षदों ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया था। लेकिन देर रात को वो फिर से घर वापस आ गए।
बता दें कि शुक्रवार शाम दिल्ली कांग्रेस उपाध्यक्ष अली मेहंदी के साथ मुस्तफाबाद से पार्षद सबिला बेगम और ब्रिजपुरी से पार्षद नाज़िया खातून ने आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे। जिसके बाद आप के पार्षदों की संख्या बढ़कर 136 हो गई थी। लेकिन देर रात अली मेंहदी वापस कांग्रेस में शामिल हो गए और इसके बाद उन्होंने अपनी एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट की। इस वीडियो में उन्होंने कहा कि उनसे बहुत बड़ी गलती हुई और वह उस गलती के लिए माफ़ी मांगते हैं।
अली मेंहदी ने वीडियो में क्या कहा
सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई वीडियो में अली मेंहदी ने कहा, "उन्हें कोई पोस्ट नहीं चाहिए। वह कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता बनकर रहेंगे, वह राहुल गांधी के कार्यकर्ता बनकर रहेंगे। मुझसे बहुत बड़ी गलती हुई है, जिसके लिए वह अपने सभी क्षेत्रवासियों और कांग्रेस पार्टी से माफ़ी मांगते हैं।"
MCD 15 वर्षों बाद बाहर हुई बीजेपी
बता दें कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने भारतीय जनता पार्टी को मात देते हुए उसके 15 साल के राज को खत्म किया और 250 सीटों वाली एमसीडी में 134 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया। वहीं बीजेपी ने 104 सीटों पर कब्ज़ा जमाया। इसके साथ ही कांग्रेस केवल 9 ही सीटें जीत पाई थी। तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार विजयी रहे।