नयी दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली में फिर से लॉकडाउन लगाने की संभावना से शनिवार को इनकार कर दिया और कहा कि यह कोरोना वायरस को फैलने से रोकने का समाधान नहीं है। राष्ट्रीय राजधानी समेत देशभर में संक्रमण के मामले फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। जैन ने कहा कि पहले लॉकडाउन लागू करने का एक कारण था, क्योंकि किसी को इस वायरस के बारे में अधिक जानकारी नहीं थी।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ किसी व्यक्ति को संक्रमित होने और उससे उबरने में 14 दिन का समय लगता है। विशेषज्ञों ने कहा कि यदि 21 दिन का लॉकडाउन लगाया गया, तो वायरस खत्म हो जाएगा। जैन ने कहा, ‘‘प्राधिकारी लॉकडाउन की अवधि बढ़ाते रहे, लेकिन वायरस समाप्त नहीं हुआ। मुझे नहीं लगता कि लॉकडाउन कोई समाधान है।’’ उन्होंने कहा कि शहर में एक और लॉकडाउन लगाने की ‘‘कोई संभावना’’ नहीं है। मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस के मरीजों के लिए अस्पतालों में बिस्तरों की पर्याप्त संख्या है और आवश्यकता पड़ने पर इनकी संख्या बढ़ाई जा सकती है।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि दिल्ली में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 1,500 से अधिक दर्ज की गई। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि दिल्ली में शुक्रवार को कोविड-19 के नौ और मरीजों ने दम तोड़ दिया, जो पिछले करीब दो माह के दौरान सबसे अधिक संख्या है। दिल्ली में इस घातक वायरस के चलते अब तक 10,987 मरीजों की मौत हो चुकी है। महानगर में संक्रमण के 1,534 नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 6,54,276 तक पहुंच गई, जबकि 6.36 लाख से अधिक मरीज ठीक हो चुके हैं। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 16 दिसंबर को सामने आए संक्रमण के 1,547 मामलों के बाद शुक्रवार को एक ही दिन में सर्वाधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं।
इनपुट-भाषा
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