दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि दिल्ली पुलिस के जिस अधिकारी ने शहर की एक अदालत के परिसर में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ कथित तौर पर मारपीट की थी, उसने अब उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया है। आप प्रमुख ने यह बात दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में दायर एक अर्जी में कही, जिसमें उन्होंने अधिकारी को अपने सुरक्षा घेरे से हटाने की मांग की है। अपने आवेदन में, अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि जब उन्हें रिमांड आवेदन में सुनवाई के लिए अदालत लाया जा रहा था तो सहायक पुलिस आयुक्त एके सिंह ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया था। हालांकि कथित दुर्व्यवहार के बारे में अबतक कुछ पता नहीं चल सका है। कोर्ट ने इस घटना का सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने का आदेश दिया है।
मनीष सिसोदिया से दुर्व्यवहार का आरोप, कौन हैं एके सिंह
बता दें कि एके सिंह वही पुलिसकर्मी हैं जिन पर पिछले साल उसी अदालत के परिसर में मनीष सिसोदिया की गर्दन पकड़ने का आरोप था, जब पत्रकार उनसे सवाल पूछ रहे थे। यह घटना वीडियो में कैद हो गया था और सिसोदिया ने एक लिखित शिकायत दर्ज की थी। हालांकि दिल्ली पुलिस ने ऐसे किसी भी गलत काम से इनकार किया था और कहा था कि वीडियो में दिखाई गई कार्रवाई सुरक्षा के लिए आवश्यक थी और किसी भी आरोपी के लिए मीडिया को बयान देना कानून के खिलाफ था।
इसे लेकर पुलिस ने अदालत में एक आवेदन भी दायर किया था, जिसमें मनीष सिसोदिया को केवल वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश करने की अनुमति मांगी गई थी। उन्होंने दावा किया था कि यह जरूरी था क्योंकि उसे पेश करने से अदालत के गलियारों में आप समर्थकों और मीडियाकर्मियों के जमा होने से ''अराजकता'' पैदा हो गई थी।
ईडी ने अरविंद केजरीवाल को किया गिरफ्तार
मनीष सिसोदिया को पिछले साल फरवरी में दिल्ली शराब घोटाला मामले में हिरासत में लिया गया था। अरविंद केजरीवाल को गुरुवार की रात ईडी ने इसी मामले में गिरफ्तार कर लिया था, वह इस तरह की कार्रवाई का सामना करने वाले पहले मौजूदा मुख्यमंत्री बन गए हैं। आम आदमी प्रमुख को राउज़ एवेन्यू अदालत में पेश किया गया, जिसने एजेंसी को सात दिनों के लिए उनकी हिरासत दे दी।
ईडी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग एंगल की जांच कर रही है, एजेंसी ने अरविंद केजरीवाल की 10 दिनों की हिरासत की मांग की थी और कहा था कि उन्हें अन्य आरोपियों के साथ आमना-सामना कराने की जरूरत है। एजेंसी ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी को लाभ के बदले में रिश्वत मिली थी और केजरीवाल कथित घोटाले में "किंगपिन" और मुख्य साजिशकर्ता थे।