दिल्ली के कंझावला केस में पुलिस की लापहरवाही लगातार सामने आ रही है। पुलिस की जांच में लगातार नए तथ्य सामने आ रहे हैं। इसके साथ ही उसकी थ्योरी भी लगातर बदल रही है। मामले में अचानक से मृतक अंजलि की दोस्त की एंट्री होती है तो कभी किसी लड़के की एंट्री हो जाती है। इस मामले से जुड़े लगातार वीडियो सामने आ रहे हैं। वहीं इसी बीच खबर आई है कि रोहिणी जिले में तैनात विभिन्न रैंकों के करीब 25 पुलिसकर्मियों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में सजा के तौर पर डिस्ट्रिक्ट लाइन भेजा गया है।
12 अन्य पुलिसकर्मियों पर भी होगी कार्रवाई
एक पुलिस सूत्र के हवाले से बताया जा रहा है कि 25 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी और उन्हें जिला लाइन भेजा गया था। इसके साथ ही बताया जा रहा है कि करीब 12 और पुलिस कर्मियों की पहचान की गई है जिनके खिलाफ आने वाले दिनों में कार्रवाई की जा सकती है। सूत्र ने कहा, नए साल की पूर्व संध्या पर ड्यूटी पर तैनात 12 और पुलिसकर्मियों को आने वाले दिनों में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। 25 पुलिस कर्मियों के खिलाफ शिकायतें मिली थीं, जिन्हें डीसीपी ने जिला लाइन भेजा था।
गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद बनी जांच समिति
गृह मंत्रालय के निर्देश के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने इस मामले में विशेष पुलिस आयुक्त शालिनी सिंह की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया था। समिति इस संबंध में एक रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपेगी। गृह मंत्रालय के निर्देश के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने इस मामले में विशेष पुलिस आयुक्त शालिनी सिंह की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया था। समिति इस संबंध में एक रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपेगी।
सिंह 2 जनवरी और 3 जनवरी की दरमियानी रात 12 बजे डीसीपी ईओडब्ल्यू जितेंद्र कुमार मीणा और उनके कर्मचारियों के साथ अपराध स्थल पर पहुंचे। उन्होंने12 किलोमीटर की जांच कर वहां चक्कर लगाया, जहां महिला को कथित तौर पर कार सवारों ने घसीटा था। पुलिस सूत्र ने कहा कि जांच के दौरान, सिंह ने इस घटना में लगभग 12 पुलिस अधिकारियों की लापरवाही की पहचान की, जिन पर कार्रवाई की जाएगी।