नई दिल्ली. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की हालत में रविवार को सुधार हुआ है और उनका बुखार कम हो गया है। अधिकारियों ने बताया है कि मंत्री को निजी कोविड- अस्पताल में एक दिन पहले प्लाज़पा थेरेपी दी गई थी। सूत्रों ने बताया कि उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने के लिए कुछ सरकारी एवं निजी अस्पतालों के वरिष्ठ चिकित्सकों की एक टीम को तैयार रखा गया है। वह मैक्स अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हैं।
अधिकारियों ने बताया कि 55 साल के मंत्री की सेहत में सुधार हो रहा है और वह डॉक्टरों की निगरानी में हैं। उन्होंने बताया कि उनका बुखार कम हुआ है और ऑक्सीजन का स्तर बढ़ा है। वह सोमवार तक आईसीयू से बाहर आ सकते हैं। उन्होंने बताया कि जैन को साकेत के मैक्स अस्पताल में शनिवार को प्लाज्मा थेरेपी दी गई थी और उनकी स्थिति अब स्थिर है।
सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि कुछ सरकारी एवं निजी अस्पतालों के डॉक्टरों की एक टीम को उनका ध्यान रख रहे डॉक्टरों की मदद के लिए तैयार रखा गया है। सूत्रों ने बताया कि अतिरिक्त टीम में राजीव गांधी सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल (आरजीएसएसएच), मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज और अन्य प्रमुख निजी अस्पताल के डॉक्टर शामिल हैं। जैन की स्थिति बिगड़ने के बाद उन्हें आरजीएसएसएच से मैक्स अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था।
आरजीएसएसएच एक निर्दिष्ट कोविड-19 अस्पताल है लेकिन उसके पास प्लाज्मा थेरेपी करने की अनुमति नहीं है। शहर के सरकारी अस्पताल के एक सूत्र ने कहा, “उनकी स्थिति बिगड़ने के बाद हमने प्लाज्मा थेरेपी के लिए उन्हें मैक्स अस्पताल में भेजने से पहले सारी औपचारिकताएं पूरी कीं।” आरजीएसएसएच अस्पताल के चिकित्सकों ने बृहस्पितवार को कहा कि मंत्री को निमोनिया हुआ है और उनका ऑक्सीजन का स्तर भी घट गया है जिसके बाद अस्प्ताल के अधिकारियों को उन्हें आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा। वह 17 जून को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे।